केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसा: मां-बाप की इकलौती बेटी थी कृति, बर्थडे के दिन हुई मौत

in #wortheum2 years ago

Wortheum news,sanjay yadav

हेलिकॉप्टर हादसा: मां-बाप की इकलौती बेटी थी कृति, बर्थडे के दिन हुई मौत
केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसा: मां-बाप की इकलौती बेटी थी कृति, बर्थडे के दिन हुई मौत
गुजरत क भावनगर की रहने वाली कृति बराड़ के साथ-साथ केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में उसकी चचेरी बहन उर्वी बराड़ और दोस्त पूर्वा रामानुज की भी मौत हो गई. तीनों 15 अक्टूबर को केदारनाथ धाम दर्शन करने के लिए निकली थीं.

केदारनाथ दिन हुई मौतकेदारनाथ में गरुड़चट्टी के पास हुआ था हादसा.

Updated on: Oct 19, 2022 | 08:27 AM

उत्तराखंड के केदारनाथ में मंगलवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में पायलट सहित सात लोगों की मौत हो गई थी. यह हादसा गरुणचट्टी के पास हुआ था. मरने वालों में पांच महिलाएं और दो पुरुष थे. तीन युवतियां गुजरात की रहने वाली थीं. इन्हीं में से एक थीं गुजरात के भावनगर की रहने वाली कृति बराड़ (30). कृति अपने मां-बाप की इकलौती संतान थीं. जन्मदिन के दिन उनकी मौत मां-बाप को गहरा सदमा लगा है. दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

कृति के पिता कमलेश बराड़ गुजरात विज कंपनी लिमिटेड में लाइनमैन हैं. उन्होंने बताया कि कृति हमारी इकलौती संतान थी. मंगलवार को ही उसका जन्मदिन था. मैंने उसे विश करने के लिए सुबह 9 बजे एक वीडियो कॉल किया था. वीडियो कॉल पर बात के दौरान कृति ने फोन पर केदारनाथ के दर्शन कराए. साथ ही हमें आसपास का माहौल भी दिखाना चाहती थी, लेकिन मैंने यह कहते हुए कॉल काट दिया कि मेरे पास समय की कमी है.

भावनगर के एक स्कूल में टीचर थी कृति

कृति बराड़ के साथ-साथ इस हादसे में उसकी चचेरी बहन उर्वी बराड़ (25) और दोस्त पूर्वा रामानुज (26) की भी हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी. कृति भावनगर शहर में एक स्कूल शिक्षक थी, जबकि उर्वी बराड़ सरदार पटेल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में अपनी डिग्री पूरी करने के बाद एक आईटी कंपनी में नौकरी कर रही थी. उसके परिवार के सदस्यों ने बताया कि उर्वी की दोस्त पूर्वा कनाडा जाने की तैयारी कर रही थी.

15 अक्टूबर को केदारनाथ दर्शन के लिए निकली थीं तीनों
उर्वी बराड़ के परिवार में रहने वाले कमलेश ने बताया कि तीनों लड़कियां 15 अक्टूबर को भावनगर से बस से रवाना हुईं और उसी दिन अहमदाबाद से ट्रेन में सवार हुईं. उन्होंने सोमवार को केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी. हेलिकॉप्टर से वह दर्शन करने केदारनाथ तक गई थीं. जब वह वापस गुप्तकाशी लौट रही थीं तो उनका हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया.