हर्षोल्लास व भाईचारे के बीच मनाई ईद, लोगों ने गले मिलकर दी एक-दूसरे को दिया मुबारकबाद

in #wortheum5 months ago

हर्षोल्लास व भाईचारे के बीच मनाई ईद, लोगों ने गले मिलकर दी एक-दूसरे को दिया मुबारकबाद

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चरही (हजारीबाग)। चुरचू प्रखंड क्षेत्र सहित चरही कोयलांचल क्षेत्र में ईद उल फितर का त्योहार गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने नमाज अदा की व अमन चैन की दुआएं मांगी। बुधवार की शाम चांद दिखाई देने के साथ ही लोगों ने एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू कर दिया। ईद को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों में खूब उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही मस्जिदों के आसपास रौनक देखने को मिली।आजाद नगर कजरी में सुबह 9 बजे नमाज अदा की गई। लोगों ने नमाज अदा कर दुनिया में अमन चैन की दुआएं मांगी।

देर शाम तक गले मिलने का चलता रहा दौर

चुरचू प्रखंड क्षेत्र में इस बार भीषण गर्मी रही। हलक सुखाने वाले तेज पछुआ हवाओं और बिजली कटौती के बीच पूर्वी हवा के उमस भरे दिन के बावजूद इस पवित्र रमजान माह में रोजा रखने वालों की कोई कमी नहीं रही। काफी शिद्दत के साथ बच्चों सहित वृद्ध लोगों ने रोजा रखा और नमाज अदा की है। कई बार धैर्य की अग्नि परीक्षा देते हुए लोगों ने बुधवार की संध्या ईद के चांद का दीदार करने के उपरांत गुरुवार को ईद मुबारक मनाया। इस बीच पूरे उत्साह के साथ लोग ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद मुबारकबाद देते नजर आए।देर शाम तक लोगों के गले मिलने का और एक दूसरे को दुआ देने का दौर चलता रहा। मिल बांट कर खुशियों को सेलिब्रेट किया। हिंदू मुस्लिम का विभेद मिटाते हुए मुबारकबाद दी गई। सामाजिक कार्यकर्ता अतिकुर रहमान, एहसान अंसारी, माजिद आलम,अशरफ अंसारी, मनुव्वर आलम ,असगरअंसारी, जियाउल्लाह,परवेज आलम, सलाहुद्दीन अंसारी, इसराफिल अंसारी, खालिद सैफुल्लाह, जावेद अख्तर,इरशाद अंसारी, व मतीन अंसारी ने बताया कि दुनिया में अमन चैन और सबका साथ सबके विकास की दुआ की गई है।

पवित्र रमजान माह में पूरे धैर्य के साथ धार्मिक नियमों का पालन करते हुए प्रतिदिन रोजा रखना ही ईद है

सामाजिक कार्यकर्त्ता कुर्बान अंसारी ने बताया कि धैर्य और सौहार्द का नाम ही ईद है। पवित्र रमजान माह में पूरे धैर्य के साथ धार्मिक नियमों का पालन करते हुए प्रतिदिन रोजा रखना धैर्य ही है। इस त्याग और बलिदान के पश्चात ही शव्वाल महीने के प्रथम दिन ईदगाह में नमाज अदा कर हम ईद की खुशियां मनाते हैं।

छोटे-छोटे बच्चों ने भी रखा रोजा और ईद को यादगार बनाया
दिनभर भूखे प्यासे रहकर अजान के बाद नमाज पढ़ना, फिर शाम में निश्चित समय के बाद अजान सुनना फिर रोजा खोलना ऐसे कठिन मौसम में रोजा रखकर बच्चों ने ईद को यादगार बनाया। ईद की मुबारक देते हुए कई बच्चों ने बताया कि वह पहली बार रोजा रखकर इसे सफल बनाया है।