लोयोला विद्यालय चरही में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन
लोयोला विद्यालय चरही में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन
चरही (हजारीबाग)। बुधवार को चरही लालबंगला के लोयोला विद्यालय में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। विज्ञान प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीदास इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक रोहित कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में चित्रकला की स्वर्ण पदक विजेता प्रतिभा कुमारी एवं प्रतिभा कला कुंज के निदेशक एवं चिकित्सक डॉ. रामसेवा प्रसाद शामिल हुए। साथ ही स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने एक-एक करके सभी मॉडलों की जाँच की और मॉडलों की व्याख्याओं को पढ़ा और विद्यालय के प्रत्येक छात्र की सराहना की। इस विज्ञान प्रदर्शनी में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न विषयों पर अपना मॉडल बनाकर उसे प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया। इस विज्ञान प्रदर्शनी में स्कूल के कई विद्यार्थियों ने अपने मॉडल प्रदर्शित किया। इसमें सड़क सुरक्षा,सौर मंडल,पर्यावरण सुरक्षा,स्मार्ट सिटी व सौर ऊर्जा सहित अलग-अलग विषयों को प्रदर्शित किया। हैंड एंड क्राफ्ट का अलग से प्रदर्शनी आयोजित हुई। इस वार्षिक आयोजन में स्कूल प्रबंधन ने विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी आमंत्रित किया था। प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए रोहित कुमार ने विद्यार्थियों के बनाए मॉडल और उसकी प्रतिभा की सराहना की। श्री कुमार ने विद्यार्थियों से हमेशा रचनात्मक सोच रखने की सलाह दी। कहा विद्यार्थी हमेशा कुछ नया करने की सोचें और इसी में अपनी ऊर्जा को लगाएं। बच्चों को प्रेरित करते हुए निर्देशक एमके वर्णवाल ने कहा कि आज इनोवेशन का जमाना है। नवाचार को हर क्षेत्र में बढ़ावा मिल रहा है और इससे अच्छे परिणाम भी सामने आ रहे हैं। निर्देशक ने विज्ञान के साथ दूसरे क्षेत्रों में भी नवाचार को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया।
प्रतिभा कुमारी ने सभी छात्रों की क्षमता की सराहना की और बताया कि वह जनवरी माह से आर्ट एंड क्राफ्ट का हिस्सा बनकर छात्रों को पेंटिंग के बारे में भी बताएंगी। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे अपने अंदर की कमियों पर अधिक ध्यान दें और अधिक जानने और ज्ञान जुटाने के लिए हर चीज के विवरण पर ध्यान केंद्रित करें। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रामसेवा प्रसाद ने कहा कि यह वास्तव में चरही के लिए लोयोला विद्यालय में प्रवेश पाने और आगामी भविष्य में सफलता सुनिश्चित करने का एक शानदार अवसर है। प्रदर्शनी में सभी मॉडल बहुत प्रामाणिक हैं और छात्रों द्वारा पूरी तरह से तैयार किए गए हैं। अंत में अतिथियों ने घोषणा की कि कक्षा आठवीं द्वारा बनाए गए उपग्रह संचार के मॉडल को प्रथम पुरस्कार, कक्षा तृतीय द्वारा बनाए गए ज्वालामुखी विस्फोट को द्वितीय पुरस्कार और कक्षा छठी द्वारा बनाए गए पानी के फव्वारे को तृतीय पुरस्कार मिला।