बिलग्राम में जुलूस ए मोहम्मदी अमन का पैगाम
बिलग्राम । रविवार को ईद मिलादुन्नबी (पैगंबर साहब के जन्म दिन) पर निकले जुलूसे मुहम्मदी में आपसी सद्भाव और देश प्रेम का जज्बा देखने को मिला। नगर में निकले जुलूस में शामिल लोग इस्लामिक झंडे के साथ राष्ट्रध्वज भी लहराते हुए चल रहे थे।हिन्दुस्तान जिन्दाबाद के नारे लगे। इसमें हिंदू समुदाय ने भी बढ़-चढ़ कर सहयोग किया।
ईद मिलादुन्नबी पर निकलने वाला यह बिलग्राम का सबसे बड़ा जुलूस है। इसमें बिलग्राम के साथ ही आसपास के गांव के करीब 20 हजार अकीदतमंद शामिल हुए। आलम ये था कि एक स्थान से जुलूस पास होने में ढाई से तीन घंटे लग गये। जुलूस कई ग्रुपों में बंटा हुआ था। हर ग्रुप के सदस्य अलग-अलग रंग की पगड़ी पहने हुए चल रहे थे। हाथों में इस्लामिक और तिरंगा झंडा था ।लबों पर सरकरा की आमद मरहबा और नार-ए-तकबीर वगैर नारे थे। तकरीर में
सैय्यद हज़रत उवेश मुस्तफा वास्ती ने बताया कि
पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब का जन्म इस्लामिक माह रबीउल अव्वल की 12 तारीख को हुआ था। इस दिन को ईद मिलादुन्नबी, यौमुन्नबी या विलादत-ए-नबी के नाम से पुकारा जाता है। इस दिन को जश्न के रूप में मनाते हैं। घरों पर हरी झंडियां लगाई जाती हैं, जुलूस निकलते है और पूरे रबीउल अव्वल माह में जलसों का आयोजन होता है। इस परंपरा की शुरुआत अरब में पैगंबर साहब के हयात(जीतेजी) में ही उनके सहाबा (शिष्य) ने की थी।जुलूस
मैदानपूरा से सुबह 9 बजे शुरू हुआ। ऊपर कोट सैय्यद वाड़ा कासूपेठ बिलग्राम चौराहा बाजार पीपल चौराहा मलकंट पहुंच कर सभा में परिवर्तित हो गया। तकरीर और दुआ के साथ जुलूस समाप्त हो गया। तकरीर में पैगंबर साहब के जीवन के बारे में बताया गया और उनके द्वारा बताए गए रास्तों पर चलने की बात कही गई। इसके अलावा देश और दुनिया में अमन और शांति के लिए दुआ की गई। वही जुलूस में नगर पालिका अध्यक्ष पद प्रत्याशियों ने जुलूस बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष पद सईद अहमद अड़ती नगर पालिका अध्यक्ष पद आसिफ अली शम्मू भाई नगर पालिका अध्यक्ष पद सतीश बाथम ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इनसेट
आस्ताने नसिरिया के सज्जादा नशीन अफसर अली नसिरी भी जुलूस में शिरकत की । जुलूस इतना भारी भरकम था कि प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। एएसपी पूर्वी अनिल यादव,सीओ एसके सिंह, कोतवाल फूल सिंह,मौजूद रहे।