बाढ़ प्रभावित इलाकों में लाव लश्कर के साथ पहुंचे डीएम और विधायक दीया हर संभव मदद का भरोसा

in #wortheum2 years ago

चंदौली। गंगा के खतरे के निशान को पार करते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया है । जिलाधिकारी संजीव सिंह पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल समेत डीपीआरओ सीएमओ सभी अधिकारियों के साथ डीएम और एसपी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की बाढ़ प्रभावित गंगा के तटवर्ती इलाकों में पहुंचे। इसमें जलीलपुर, मढिया,कुंडा खुर्द, कुंडा कला और सहजौर गांव का दौरा किया । इस दौरान गंगा में हो रही कटान को देखा और चारों तरफ गंगा का पानी भरने से हुए नुकसान का भी डीएम और एसपी ने अधिकारियों समेत जायजा लिया। इस दौरान प्रभावित गांव के ग्राम प्रधान व ग्रामीणों से भी जिलाधिकारी व विधायक ने बातचीत कर पूरी जानकारी ली । आपको बता दें गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका और गंगा का पानी अब तटवर्ती इलाके में गांव में घुसने लगा है। सबसे ज्यादा सकलडीहा तहसील क्षेत्र के दर्जनों गावँ प्रभावित हुए है। जिनमें बलुआ, टांडा कला, सोनबरसा, विजयपुरा, गणेशपुरा, चकरा, सनौली महमदपुर, नादी, निधौरा, दियां, प्रसहटा समेत दर्जनों गांव में गंगा का पानी घुस चुका । जिससे लोग पलायन के लिए मजबूर होने लगे । जिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और सभी ग्रामीणों को आश्वस्त किया की उनकी हर संभव मदद की जाएगी। साथ ही मौके पर ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी व्यवस्थाएं मुकम्मल की जाए । इस दौरान डीएम एसपी और विधायक ने बाढ़ चौकियों का भी निरीक्षण किया और वहां मौजूद सभी व्यवस्थाओं को परखा । जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और गंगा का पानी गांव की तरफ घुसने लगा है हालांकि भी आबादी में कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन खेती को काफी नुकसान पहुंचा है जिले में 42 बाढ़ चौकिया बनाई गई है । जहां सभी व्यवस्थाएं मुकम्मल कर दी गई है। दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था कर दी गई है बाढ़ चौकियों पर सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध है। ब्लीचिंग का छिड़काव कराने के निर्देश दिए गए है। वही पशुओं के चारे का भी इंतजाम किया गया है । जिला प्रशासन हर संभव प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने के लिए तत्पर है। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया बाढ़ प्रभावित इलाकों में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में पांच थाना क्षेत्र आते हैं । जहां पर पर्याप्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। पर्याप्त गोताखोरों की व्यवस्था की गई है और जल पुलिस की व्यवस्था की गई है। ताकि विपरीत परिस्थितियों में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके ।