World Athletics Championship, नीरज चौपड़ा ने एक ही थ्रो से बनाई फाइनल में जगह, इतिहास रचने के करीब पहुंचे
ऑरेगन. भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा वर्ल्ड चैंपियनशिप में इतिहास रचने के काफी करीब हैं. उन्होंने शुक्रवार को जैवलिन थ्रो के फाइनल इवेंट में जगह बनाई. फाइनल में जगह बनाने के लिए नीरज को बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी.
वह अपनी पहली थ्रो के साथ ही फाइनल के लिए क्वालिफाई कर गए. इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में नीरज देश के लिए गोल्ड मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद है. कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और ओलिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाले नीरज अब रविवार को वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का 19 साल का इंतजार खत्म करने का मौका है.
एक ही थ्रो से कटा लिया फाइनल का टिकट
फाइनल में जाने के लिए 83.50 मीटर को क्वालिफाइंग मार्क रखा गया था. नीरज ग्रुप का हिस्सा थे और सबसे पहले थ्रो करने आए. अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने 88.39 मीटर की दूरी तय की और फाइनल का टिकट कटा लिया. यह उनका इस साल का तीसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो है. तीस जून को स्टॉकहोम डायमंड लीग में 89.94 मीटर का सत्र का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के बाद 24 साल के चोपड़ा विश्व चैंपियनशिप में पदक के दावेदारों में शामिल हैं. लंबी कूद की खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज 2003 में पेरिस में कांस्य पदक के साथ विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं थी.
टोक्यो ओलिंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट भी फाइनल में
नीरज चोपड़ा के ग्रुप में मौजूद टोक्यो ओलिंपिक के सिल्वर मेडलिस्टर जाकुब वाडलेक ने भी अपने ही थ्रो से फाइनल में जगह बनाई है. उन्होंने 85.23 मीटर की दूरी का थ्रो फेंका. वहीं लंदन ओलिंपिक के चैंपियन केशॉर्न वॉलकॉट संघर्ष करते हुए दिखाई दिए. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 76.63 रहा और वह अपने ग्रुप में सातवें स्थान पर रहे. अगर नीरज चोपड़ा इस चैंपियनशिप में गोल्ड जीत जाते हैं तो वह 2008-09 में नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसन के बाद विश्व खिताब के साथ ओलंपिक सफलता का पालन करने वाले पहले जैवलिन थ्रोअर बन जाएंगे. विश्व चैंपियनशिप के बाद नीरज को कॉमनवेल्थ गेम्स में भी हिस्सा लेना है