महात्मा गांधी नरेगा योजना अन्तर्गत अमृत सरोवर तथा पंचषाला के कार्य स्वीकृत

in #wortheum2 years ago

जैसलमेर जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह ने बुधवार को आदेष जारी कर 15 अमृत सरोवर तालाबों की राषि रूपये 315.06 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी की है।

मिषन अमृत सरोवर अन्तर्गत बनने वाले तालाबों को अमृत सरोवर नाम दिया

राज्य सरकार के निर्देषानुसार इस वित्तीय वर्ष में नवीन कार्याें अन्तर्गत अमृत सरोवर तथा पंचषाला के कार्याें को प्राथमिकता देते कार्य करवाये जाने है। जिले की सातों पंचायत समितियों की 80 ग्राम पंचायतों में अब तक 113 अमृत सरोवर जिनमें श्रम मद में 816.41 लाख एवं सामग्री मद में 1087.44 लाख, कुल राषि रूपये 1903.85 लाख के अमृत सरोवर तालाबों की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। ग्राम पंचायतों में मिषन अमृत सरोवर अन्तर्गत बनने वाले तालाबों को अमृत सरोवर नाम दिया गया है। महात्मा गांधी नरेगा योजना से मिषन अमृत सरोवर के तहत् तालाब (सरोवर) बनाए जाएंगे। नवीन तालाब के साथ ही पुराने तालाबों का जीर्णाेद्धार कर उनका विकास एवं कायाकल्प किया जाएगा।

अमृत सरोवर मिषन अन्तर्गत जिले में 150 तालाबों का निर्माण और विकास करना है। अमृत सरोवर के लिए प्रत्येक तालाब में कम से कम 1 एकड़ (0.4 हैक्टेयर) का जल क्षेत्र होगा जिसमें लगभग 10000 घन मीटर तक की जल धारण क्षमता होगी। अमृत सरोवर कार्य अन्तर्गत नये तालाब खोदे जाऐगें एवं पुराने तालाबों को पुनर्जीवित किया जाएगा और गहरे तालाब बनाए जाएंगें, इन तालाबों का मुख्य उद्देष्य बरसात के पानी को संचित करना, भूमिगत जल स्तर को बढ़ाना है।

जैसलमेर जिले में 05 जून, 2022 को विष्व पर्यावरण दिवस पर मोकला, सलखा, देवीकोट, रामदेवरा, नोख, पन्नासर, खींया ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर तालाब विकसित करने हेतु महोत्सव के रूप में उद्घाटन किया जा चुका है। अब तक पंचायत समिति जैसलमेर में 28, सम में 25, फतेहगढ़ में 18, सांकड़ा में 17, भणियाणा में 10, नाचना में 6 तथा मोहनगढ़ में 09 अमृत सरोवर इस प्रकार जिले में अब तक 113 अमृत सरोवर स्वीकृत किये गये है।

पंचषाला (पौधषाला, पोषणषाला, पषुषाला, कार्यषाला तथा निर्माण शाला)

मुख्य कायकारी अधिकारी जिला परिषद् डॉ. टी. शुभमंगला ने बताया कि अमृत सरोवर के साथ ही मुख्यमंत्री महोदय की घोषणा अन्तर्गत जिले में पंचषाला निर्माण कार्याें की वित्तीय स्वीकृतियां जारी की गई है। पंचषाला निर्माण अन्तर्गत पांच प्रकार के कार्य करवाये जायेगें जिनमें पौधषाला, पोषणषाला, पषुषाला, कार्यषाला तथा निर्माण शाला कार्य स्वीकृत किये जा रहे है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में निरन्तर व आवष्यक मात्रा में पौधे उपलब्ध करवाने एवं ग्राम पंचायत की निजी आय हेतु 18 पौधषाला स्वीकृत की गई है जिनमें श्रम मद में 96.83 लाख सामग्री मद में 77.67 लाख कुल राषि रूपये 174.5 लाख स्वीकृत किये गये है।

उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों के विद्यालयों, आंगनवाडी केन्द्रों इत्यादि में पोषणषाला/न्यूट्री गार्डन जिसमें फलदार पौधे एवं सब्जियांे के पौधे लगाये जायेगें। ग्राम पंचायतों में अब तक 106 कार्य स्वीकृत किये गये है जिनमें श्रम मद में 408.39 लाख, सामग्री मद में 165.91 लाख, कुल 574.3 लाख स्वीकृत किये गये है। ग्रामीण क्षेत्र में पषुओं की सुरक्षा, छाया एवं पानी की सुविधा के लिए पषुषाला निर्माण की जायेगी जिसमें तीन तरफ पषुखेली के रूप में फेंन्सिंग तथा शेड निर्माण होगा।

उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 467 पषुषाला स्वीकृत की गई है जिनमें श्रम मद में 1011.14 लाख सामग्री मद में 3318.75 लाख कुल 4329.89 लाख स्वीकृत किये गये है। ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों की कार्यकुषलता में वृद्धि एवं श्रमिक समुदाय अधिकाधिक आत्मनिर्भर बने एवं इसके माध्यम से उत्पादक गतिविधियां संचालित करें आजिविका कर सके इस हेतु कार्यषाला निर्माण के 27 कार्य स्वीकृत किये गये है जिनमें 17.28 लाख श्रम मद में एवं 13331 लाख सामग्री मद, कुल 150.59 लाख स्वीकृत किये गये है। इस प्रकार जिले में पंचषाला अन्तर्गत कुल 618 कार्य जिनमें श्रम मद में 1533.64 लाख एवं 3695.64 लाख, कुल 5229.29 लाख की राषि के कार्य स्वीकृत किये गये है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद् डॉ. टी. शुभमंगला ने अपील की है कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत जिले के लिए स्वीकृत उक्त अतिमहत्वपूर्ण एवं उपयोगी कार्याें पर जॉबकार्डधारी ग्रामीण एवं किसान अधिक से अधिक कार्य करने के लिए आवेदन करें।

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