संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में छह युवती के साथ दो पुरूष,

in #wortheum2 years ago

बांग्लादेशी घुसपैठियों व हुजी के साफ्ट टारगेट में रहा है रोहिंग्या। बांग्ला भाषी व वेशभूषा समान नहीं होने से आसानी से छुपा लेते हैं पहचान। बोधगया ब्लास्ट मामले में भी रोहिंग्या की रही है संदिग्ध भूमिका। कटिहार में संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में हुई बड़ी कार्रवाई।नीरज कुमार, कटिहार। तीन दिन पूर्व कटिहार स्टेशन पर पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से छह रोहिंग्या युवती एवं दो पुरूष की गिरफ्तारी के बाद रेल पुलिस मामले की सघन जांच में जुट गई है। रेल पुलिस ने मामला दर्ज कर गिरफ्तार रोहिंग्या को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। अब तक की पूछताछ में पकड़े गए रोहिंग्या के दिल्ली जाने के स्पष्ट कराणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। रेल पुलिस के मुताबिक युवतियों को दिल्ली में घरेलू काम करने या देह व्यापार कराने की नियत से ले जाया जा रहा है। हलांकि जांच पूरी होने के बाद ही इस संबंध में स्पष्ट रूप से कुछ बताने की बात कही जा रही है। इस मामले से पूर्वोत्तर के रास्ते बांग्लादेश के रिफ्यूजी कैंप से म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों के देश के विभिन्न भागों में घुसपैठ की बात सामने आई है। रोहिंग्या घुसैठ को सुरक्षा कारणों से भी गंभीर माना जा रहा है। कुछ वर्ष पूर्व बोधगया में हुए बम विस्फोट में भी रोहिंग्या घुसपैठियों का हाथ होने की बात सामने आई थी।बांग्लादेशी घुसपैठिए व आतंकी संगठन हुजी के साफ्ट टारगेट में रहा रोहिंग्या

खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक म्यांमार के रोहिंग्या बांग्लादेशी घुसपैठिए व आतंकी संगठन हुजी के साफ्ट टारगेट में रहा है। बंगला भाषा अच्छी तरह बोल लेने तथा समान वेशभूषा व रहन सहन होने के कारण रोहिंग्या स्थानीय लोगों के साथ आसानी से घुलमिल जाते हैं। इस कारण रोहिंग्या को आसानी से शरण भी मिल जाती है। आतंकी गतिविधियों में शामिल करने को लेकर हुजी की नजर रोहिंग्या पर रहती है। सीमांचल के जिलों में रोहिंग्या की घुसपैठ होने की बात से स्थानीय प्रशासन इंकार करती है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक बांग्लाददेश से लगती पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में रोहिंग्या की घुसपैठ शरणार्थी शिविर से कराई जा रही है।पूर्वोत्तर रेलवे बन रहा ट्रांजिट रूट

देश के विभिन्न शहरों में रोहिंग्या की घुसपैठ पूर्वोत्तर रेलवे से वाया कटिहार होकर कराई जा रही है। नवंबर 2020 में भी एनजेपी स्टेशन पर 14 रोहिंग्या की गिरफ्तारी की गई थी। पिछले दो वर्षों में रेल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या के पास से बरामद आधार कार्ड, वोटर आई कार्ड, रेल टिकट सहित अन्य पहचान पत्र फर्जी पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि फर्जी आधार कार्ड घुसपैठ कराने वालों के स्थानीय एजेंट द्वारा मुहैया कराया जाता है।

पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से गिरफ्तार रोहिंग्या से सघन पूछताछ की गई है। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर रेल पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। रेल पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया है। अब तक की पूछताछ में दिल्ली में काम दिलाए जाने के नाम पर यवुनियों को ले जाए जाने की बात सामने आ रही है। जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। - राजीव कुमार चौधरी, रेल पुलिस निरीक्षक, कटिहार01_09_2022-two_men_with_six_girls_in_sampark_kranti_express_train_23032848.jpeg