मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय गोष्ठी का किया गया
मीरजापुर 07 जुलाई 2022- विकास भवन पथरहिया के आडिटोरियम में मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी जिलाधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद के विकास खण्डों से आये हुए कृषकों के साथ.साथ कृषि, पशुपालन, उद्यान, सहकारिता, विद्युत, सिंचाई, नहर सहित कृषि से सम्बन्धित अन्य विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारियो ने भाग लिया।
गोष्ठी के प्रारम्भ में उप कृषि निदेशक श्री अशोक उपाध्याय ने कृषि विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिला कृषि अधिकारी श्री पवन कुमार प्रजापति ने बताया कि जनपद में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जनपद में उर्वक की कोई कमी नहीं है।
मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि रसायनिक खेती से पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। इसलिए किसान भाई छोटे-छोटे क्षेत्र में प्रदर्शन के रूप में गौ आधारित प्राकृतिक खेती करें, जिससे अच्छी गुणवत्ता का खाद्यान का उत्पादन करके अच्छा मूल्य प्राप्त कर सके तथा जनमानस के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होगा। साथ ही यह भी कहा गया कि प्रत्येक विकास खण्ड में एक कृषक उत्पादक संगठन का गठन करके अच्छे गुणवत्ता का खाद्यान्न तथा उनका मूल्य सम्वर्धन करके अच्छा मूल्य प्राप्त कर सकते है।
श्री राजीव कुमार गुप्ता सहायक निदेशक मत्स्य द्वारा विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से किसानों को अवगत कराया गया कि किस प्रकार मत्स्य पालन करके अधिक से अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते है।
डा0 ओम प्रकाश सिंह मुख्य पशुचिकित्साधिकारी द्वारा पशुपालन से सम्बन्धित संचालित सभी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया तथा गोवंश व टीकारण के बारे में भी चर्चा की गयी।
श्री विपिन कुमार सिंह सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारी समितियाँ द्वारा किसानों को अवगत कराया गया कि सभी समितियों पर यूरिया व डी0ए0पी0 की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है।
श्री पुष्पेन्द्र त्रिपाठी उद्यान निरीक्षक द्वारा एकीकृत बागवानी मिशन योजनान्तर्गत केले की खेती पर प्रकाश डाला तथा इसके अनुदान पर भी चर्चा किया तथा नमामि गंगे योजनान्तर्गत गंगा के किनारे व उससे लगे 5 किमी0 के ग्रामों में चलाये जा रहे योजना पर विस्तृत रूप से किसानों को अवगत कराया जिसमें एक हेक्टेयर में फलदार वृक्ष आमद्ध पर प्रति माह तीन हजार रूपये तीन वर्ष तक किसानों को मिलेगा तथा यह भी बताया कि जिन किसान भाईयों को वृक्षारोपण करने हेतु पौधों की आवश्यकता हो तो वह उद्यान विभाग से सम्पर्क करके पौधे प्राप्त कर सकते है।
श्री कुमार अजय अग्रणी जिला प्रबन्धक द्वारा फसल मत्स्य व पशुपालन करने वाले कृषकों को के0सी0सी0 बनवाने व उस पर मिलने वाले ऋण पर विस्तृत रूप से बताया गया।
श्री आशीष श्रीवास्तवए वरिष्ठ प्रबन्धक इफकों द्वारा नैनो टेक्नोलॉजी यूरिया व सागरिका का फसलों पर छिड़काव के तरीकों के बारे में विस्तृत रूप से किसानों को जानकारी दी गयी जिसमें दलहनी फसल हेतु नैनो यूरिया का छिड़काव 2 मिली0 प्रति एक लीटर पानी में घोल बनाकर व अन्य फसलों में 4 मिली0 प्रति एक लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव किया जा सकता है। इससे दानेदार यूरिया पर होने वाले व्यय को काफी हद तक बचत किया जा सकता है।
कृषि विज्ञान केंद्र बरकछा से आये हुए वैज्ञानिक डा0 एस0एन0 सिंहए कृषि वैज्ञानिक द्वारा पौधों में पोषक तत्वों के प्रयोग व महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयीए साथ ही बताया कि धान की बुआई ड्रम सीडर से करने से कम लागत में अधिक आमदनी प्राप्त होती है। डा0 जे0पी0 राय ने धान में लगने वाले कण्डुआध्झोंका बीमारी से उत्पादन अधिक प्रभावित होता है। जिसका रोग लग जाने पर पूर्ण नियंत्रण करना कठिन हो जाता है। इससे छुटकारा पाने हेतु किसान भाई यदि बीज शोधन करके बुवाई करते है तो इस रोग से मुक्ति मिल जाती है। दलहनी फसलों की बुवाई करने से पूर्व राइजोबियम कल्चर से बीज को उपचारित कर लें जिससे नाइट्रोजन की पूर्ति हो जाती है तथा अगली फसल में 15 प्रतिशत नाइट्रोजन की बचत हो जाती है।
डा0 सुधीर श्रीवास्तवए जनपद सलाहकार द्वारा विभागी योजनाओं तथा कृषक उत्पादक संगठन के गठन व इसके द्वारा उत्पादित होने वाले उत्पाद के विपणन पर चर्चा की गयी।
संयुक्त कृषि निदेशक श्री अरविन्द कुमार सिंह ने बताया कि किसान भाई को कृषि कार्य में नई.नई तकनीकों का उपयोग करना चाहिए तथा जैविक विधि से खेती करके गुणवत्ता युक्त खाद्यान्न प्राप्त कर सकते है। जिसका बाजार में अच्छा मूल्य प्राप्त करके अपनी आमदनी में वृद्धि कर सकते है।
खरीफ गोष्ठी में किसान यूनियन अध्यक्ष श्री अली जमीर खांए श्री सिद्धनाथ सिंहए श्री प्रलाद सिंह एवं श्री लाला मिश्रा ने अपने.अपने अनुभवों को किसानों समक्ष प्रस्तुत किया तथा उन्हें भी उन्ही तकनीकों को अपनाकर खेती करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के अन्त में प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें कृषिए मत्स्यए उद्यान व पशुपालन सम्बन्धी प्रश्नों का उत्तर किसानों द्वारा बताया गया तथा उन्हें पुरस्कार स्वरूप नैनो यूरिया का वितरण मुख्य विकास अधिकारी महोदया के कर कमलों द्वारा किया गया।
अन्त मे भूमि संरक्षण अधिकारी श्री जीत लाल गुप्ता द्वारा खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में आये हुए समस्त कृषकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए मुख्य विकास अधिकारी की अनुमति से गोष्ठी का समापन किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र त्रिपाठी उर्फ लल्लू तिवारी ने किया।