थाने में आग लगाने वाले 'अभियुक्तों' के घरों पर चला बुलडोज़र

in #wortheum2 years ago

IMG-20220523-WA0005.jpgअसम के नौगांव जिले के बटद्रवा थाने में शनिवार को तोड़फोड़ करने और आग लगाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए कई अभियुक्तों के घरों को ध्वस्त कर दिया है। प्रशासन ने रविवार सुबह ये कार्रवाई की।

सालानाबोड़ी गांव के रहने वाले 39 साल के एक मछली विक्रेता सोफिकुल इस्लाम की शनिवार को कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। जिसके बाद उनके गांव के नाराज़ लोगों की भीड़ ने बटद्रवा थाने पर हमला कर दिया। हालांकि, पुलिस ने आरोपों को ग़लत बताया है. इस मामले में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है और संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की वजह की जानकारी के लिए न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस थाने पर हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जहां भीड़ को पुलिस वाहनों में आग लगाते देखा जा सकता है। इस मामले में पुलिस ने कई महिलाओं को भी पकड़ा है।

IMG-20220523-WA0004.jpgअसम पुलिस ने अब तक इस मामले में 21 लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभी पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने के भी आरोप है। हालांकि असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है जबकि सात लोगों को शिनाख्त करने के बाद गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की एक टीम थाने पर हमले से जुड़े सभी वीडियो फुटेज की जांच कर रही है ताकि घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ा जा सके। पुलिस का कहना है कि करीब 40 लोगों की भीड़ थाने पर हमला करने आई थी।

सालानाबोड़ी गांव के एक शख्स ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर एक मीडिया संस्थान को बताया कि प्रशासन के लोग जेसीबी बुलडोज़र के साथ रविवार की सुबह गांव में दाख़िल हुए और उन लोगों ने कई घरों को ध्वस्त कर दिया। हालांकि प्रशासन की तरफ़ से अभी ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि घर तोड़ने की कार्रवाई किस आधार पर हुई है। एक प्रमुख मीडिया संस्थान ने इस संबंध में ज़िले के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिल सका।

IMG-20220523-WA0006.jpgउधर, पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने बटद्रवा थाने का मुआयना किया और पत्रकारों को बताया,"हम मामले की जांच कर रहें है। अभी इस घटना में जिहादी शब्द का प्रयोग करना सही नहीं होगा। लेकिन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम नामक बांग्लादेश के प्रतिबंधित जिहादी समूह के कई सदस्यों को हाल ही में हमारी पुलिस ने पकड़ा है। अंसारुल्ला बांग्ला टीम भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा के लिए एक फ्रंट ग्रुप है इसके कई सदस्यों को हम त्रिपुरा से पकड़ कर लाए है।"

"नौगांव जिले के कई इलाकों में भी इस समूह के लामबंदी की कुछ बातों का पता चला है. लेकिन यहां का आम मुसलमान इस समूह का समर्थन नही करता है।" उन्होंने कहा, "बात जहां तक बटद्रवा थाने को आग लगाने की है तो शुरुआती जांच में पता चलता है कि भीड़ में कुछ लोग हमले की पूरी योजना के साथ आए थे। इस हमले के लिए लोगों को संगठित किया गया है। क्योंकि लोग पेट्रोल लेकर आए थे. आगे की जांच में यह भी देखना होगा कि इस हमले में पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया है या नहीं। पुलिस ने हमला करने आए लोगों में कुछ चेहरों की पहचान की है जिनमें ड्रग पेडलर अनवर और कुख्यात डकैत अलाउद्दीन शामिल है। ऐसा संदेह है कि इस घटना की आड़ में ये अपराधी पुलिस थाने में मौजूद सबूतों को नष्ट करने की योजना के तहत आए थे। इस पूरे मामले की जांच करने के लिए एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया जाएगा। इसके अलावा पुलिस की भूमिका की अलग से जांच करने के लिए दूसरे जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को नियुक्त किया गया है।"