धरती नहीं अब चांद पर टकराएंगे अमेरिका-चीन!

in #wortheum2 years ago

moon05-1662230957.jpgनई दिल्ली, 03 सितंबर। दुनिया में बढ़ टेक्नोलॉजी ने तमाम देशों को एक नए मोड़ पर ला दिया हैं। जहां कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर विवाद की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं। कई ऐसे मुद्दे हैं, जो सुनने में तो अजीब लगते हैं लेकिन परमाणु शक्ति संपन्न देश इनको लेकर अब टकराने की मूड में लगते हैं। ताइवान के मुद्दे पर धरती पर दिखे टकराव के बाद अब अमेरिका और चीन चांद पर भी दोनों देश को लेकर ऐसी स्थिति बन गई है।

चंद्रमा के 3 स्थानों को लेकर हो सकती है जंग
अमेरिका और चीन दोनों चंद्रमा पर लेकर अपने मिशन में काफी तेजी से काम कर रहे हैं। अब सवाल ये है कि चंद्रमा पर एस्ट्रोनॉट्स कहां उतरेंगे? इस बात को लेकर अमेरिका और चीन के बीच विवाद छिड़ सकता है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने चंद्रमा की 13 लैंडिंग साइट्स की खोज है। इसका खुलासा एजेंसी ने हाल ही में किया। इनमें से कई साइट्स ऐसी हैं कि जो चीन के चंद्रमा मिशन के प्लान से मेल खाती हैं।

NASA ने 13 स्थान किए चिन्हित
इस महीने यानी सितंबर की शुरुआत में ही नासा ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास 13 स्थानों को चिन्हित किया गया है। इसकी सूची को फाइनल की जा चुकी है।

3 स्थलों को लेकर विवाद
अमेरिका और चीन दोनों की पसंदीदा चंद्रमा पर उसका दक्षिणी ध्रुव है। हाल ही में अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने चंद्रमा पर 13 साइट्स की लिस्ट फाइनल की है । जिसमें तीन स्थान ऐसे हैं जिसके आसपास चीन अपने मिशन की लैंडिंग कराने की योजना बना रहा है।

NASA का 3 साल में इंसान को चांद पर भेजने लक्ष्य
अपने चंद्रमा पर मिशन को नासा तेजी से अंजाम देने की तैयारी में है। योजना ये है कि तीन साल भीतर चंद्रमा पर इंसान को भेजा जाए। इस योजना पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी काफी आगे बढ़ चुकी है।

ये हैं NASA की चंद्रमा पर 13 साइट्स
चंद्रमा पर अर्मेटिश मिशन के तहत सभी 13 साइट्स के नाम किसी वैज्ञानिक या फिर फिलॉस्फर के नाम पर रखे गए हैं। मालापर्ट मैसिफ, नोबिल रिम 2, एमंडसेन रिम, शैक्लेटॉन के पास की पहाड़ी, लिबनिट्ज बीटा प्लैट्यू, हैवोर्थ, डी जर्लेश रिम 1, मालापर्ट मैसिफ, डी जर्लेश-कोशर मैसिफ, फॉस्टिनी रिम ए, कनेक्टिंग रिज, कनेक्टिंग रिज एक्सटेंशन, डी जर्लेश रिम 2, नोबिल रिम 1 कुल 13 साइट्स हैं। नासा के साइंटिस्ट्स के मुताबिक से सभी जगह के लिए सुरक्षित हैं। ये लैंडिग के हिसाब से भी ठीक हैं। अर्टेमिस मिशन के तहत नासा एस्ट्रोनॉट्स करीब सात दिन यहां ठहरेंगे।

चांगई-7 मिशन के आसपास NASA के एस्ट्रोनॉट्स की लैंडिंग
चीनी जर्नल में में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, चांगई-5 लूनर मिशन के तहत चंद्रमा पर 10 से अधिक स्थल चिन्हित किए गए हैं। जहां एस्ट्रोनॉट्स को उतारा जा सकता है। नासा के अर्टेमिस-3 और चीन के चांगई-7 मिशन ने शैक्लेटॉन, हैवोर्थ (Haworth) और नोबिल क्रेटर पास लैंडिंग की जगह का चयन किया है।