उत्तर प्रदेश आजमगढ़ में पूर्वांचल विकास मंच की बैठक योगी सरकार को सुझाव

in #wortheum2 years ago

उत्तर प्रदेश पूर्वांचल विकास मंच के तत्वाधान में एक बैठक आजमगढ़ में हीरापट्टी में कुछ विकासशील बुद्धिजीवियों द्वारा आयोजित की गई और इस पर विचार किया गया कि किस तरह से उत्तर प्रदेश और भारत के ग्रामीण प्रदेश का विकास होगा ग्रामीण क्षेत्रों से उद्योग की धाराएं बह और ग्रामीण बच्चों को तकनीकी और अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाया जाए इस मंच के तत्वाधान में जो बैठक आयोजित की गई थी उसमें बुद्धिजीवियों द्वारा यह सुझाव दिया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण अंचल के विकास के लिए 1000 करोड़ रूपए का फंड मनाना चाहिए और सबसे पहले इस छोटे से उत्तर प्रदेश में स्थित सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर 1 गांव चयनित करके वहां के कृषि उद्योग पशुपालन उद्योग फिशरी उद्योग से संबंधित एक प्रोजेक्ट तैयार करवाया जाए कि उस गांव में किस उद्योग स्थापित करने से गांव के लोग उसमें इनवाल होंगे और किस तरह से उस उद्योग को गांव में ही स्थापित कर गांव के लोगों को ही रोजगार देकर उससे उत्पादन करके उसको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बेचा जाए और लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि जिन गांव की जनसंख्या 2000 है उनके लिए सरकार को ₹20000000 का उद्योग स्थापित करना चाहिए और गांव की संख्या 2000 से अधिक है वहां सरकार को ₹50000000 उस उद्योग में लगाना चाहिए और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला अधिकारी और मंडलायुक्त को देना चाहिए इसमें एक ऐसी समिति बनानी चाहिए जिसमें प्रतिनिधि सलाहकार के रूप में हो लेकिन वह इस धन को निकालकर या उनके माध्यम से इस धन का आवंटन या धन का उपयोग न किया जाए और 1000 करो रुपए का यह आवंटन मनरेगा के फंड से काटकर किया जाए क्योंकि मनरेगा का दुरुपयोग जिस तरह से ग्राम प्रधान ब्लाक प्रमुख और अन्य जनप्रतिनिधि तथा ब्लॉक के लोगों द्वारा क्षेत्र में किया जा रहा है खुलेआम लूट का एक कारण बना हुआ है ऐसे उद्योग लगाकर सर्वप्रथम कम से कम उत्तर प्रदेश के 200 से 300 ग्रामों में उद्योग लगाया जाए लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि पूर्वांचल में पशुपालन के साथ उद्योग और गांव में लोग ज्यादातर बुनाई कढ़ाई का काम करते हैं उनको सूती वस्त्र या अन्य काटन की वस्तुएं उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है पश्चिम में फर्रुखाबाद आज साइड में आलू की खेती बड़े पैमाने पर होती है इसलिए वहां आलू से संबंधित उद्योगों को लगाया जा सकता है और इसके लिए लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि ग्राम समाज की जो बंजर और खाते की तथा मछली पालन के लिए जो तालाब है उसका उपयोग करके उसमें उद्योग लगाने का कार्य किया जाएScreenshot_2022-11-20-10-50-19-11_680d03679600f7af0b4c700c6b270fe7.jpg