अब निजी बिल्डरों के सहयोग से फ्लैट बेचेगा लखनऊ विकास प्राधिकरण, बनाई यह योजना

in #wortheum2 years ago

लखनऊ विकास प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं में खाली पड़े फ्लैट को पहले आओ पहले पाओ योजना से भी नहीं मिले आशा के अनुरूप परिणाम। जिन दो हजार फ्लैटों को लविप्रा नहीं बेच पा रहा है उसके लिए अब निजी बिल्डरों का भी सहयोग लिया 16_10_2022-sell_flats_with_the_help_of_private_builders_23142646.jpegजाएगा।निजी बिल्डरों की तरह लखनऊ विकास प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं में खाली पड़े फ्लैटों के आवंटियों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएगी। इन अपार्टमेंट में स्वीमिंग पुल, क्लब, सामुदायिक केंद्र जैसी वह सुविधाएं भी होंगी, जिनको उपलब्ध कराकर निजी बिल्डर अपने फ्लैटों को बेच लेते हैं। पहले आओ पहले पाओ स्कीम से भी जिन दो हजार फ्लैटों को लविप्रा नहीं बेच पा रहा है, उसके लिए अब निजी बिल्डरों का भी सहयोग लिया जाएगा। पिछले दिनों इस माडल पर शासन में चर्चा की गई। जिस पर शासन ने सहमति दे दी है।नेशनल अर्बन कांक्लेव से आया आइड‍िया
दरसल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हुई नेशनल अर्बन कांक्लेव में गुजरात के हेरिटेज माडल पर चर्चा हुई थी। गुजरात माडल में किसी व्यक्ति के हेरिटेज भवन के संरक्षण के लिए वह कागजों पर किसी बिल्डर के नाम एग्रीमेंट करता है। बिल्डर हेरिटेज के क्षेत्रफल के पचास प्रतिशत हिस्से का अधिक एफएआर का उपयाेग अपनी दूसरी जगह चल रही साइट पर करता है। इससे बिल्डर को जो मुनाफा होता है उसे हेरिटेज के संरक्षण पर खर्च किया जाता है। पहले आओ पहले पाओ योजना भी नहीं आई काम

लखनऊ में लविप्रा के 2250 महंगे फ्लैटों की बिक्री नहीं हो पा रही थी। पिछले महीने दोबारा लविप्रा ने पहले आओ पहले पाओ योजना के तहत आनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया था। इस योजना में भी केवल 175 फ्लैट ही बिक सके। ऐसे में गोमतीनगर सहित कई योजनाओं में बिना डिमांड सर्वे के तैयार कराए गए दो हजार से अधिक महंगे फ्लैटों को बेचने को लेकर शासन में बैठक हुई थी। बैठक में वित्त नियंत्रक दीपक सिंह सहित कई अधिकारी शामिल हुए।लव‍िप्रा को नहीं करना पड़ेगा कुछ भी खर्च
बैठक में कहा गया कि लविप्रा की इन अनिस्तारित संपत्तियों को निजी बिल्डराें को वहां स्वीमिंग पुल, क्लब, मार्केट, जिम सहित और बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए सौंपा जाएगा। इन सुविधाओं को उपलब्ध कराने के बदले बिल्डर को उसकी योजना में अधिक एफएआर की अनुमति दी जा सकेगी। इसमें लविप्रा को कुछ भी अपनी ओर से खर्च नहीं करना पड़ेगा और सुविधाएं अधिक बेहतर होने से लोग इनको खरीद भी लेंगे।

Sort:  

Sir coin buy kareye vigyaapan a raha hi ...