ठाकरे गुट का आरोप- अंधेरी उपचुनाव में नोटा का विकल्प चुनने के लिए मतदाताओं को पैसे दे रही भाजपा

in #wortheum2 years ago

परब ने कहा, एक ओर भाजपा ने यह कहते हुए अपने उम्मीदवार को वापस लिया कि वह मृतक सांसद के परिवार के सदस्य के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा नहीं करने की परंपरा का सम्मान करती है। दूसरी ओर, लोगों से नोटों के लिए वोट डालने के लिए कहा जा रहा है।

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में 'उपरोक्त में से कोई नहीं' (नोटा) का विकल्प चुनने के लिए मतदाताओं को पैसे दिए जा रहे हैं। उपचुनाव के प्रचार का आज अंतिम दिन था जो शाम पांच बजे थम गया।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल पराब ने बताया कि उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग के साथ-साथ पुलिस के समक्ष भी इस मुद्दे को उठाया है। परब ने आगे कहा, आने वाले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के चुनाव में भी इसका असर होगा, क्योंकि पहली बार महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की संयुक्त ताकत दिखाई देगी। एमवीए में उद्धव के नेतृत्व वाली शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को नोटा का विकल्प चुनने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं।

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि उनकी पार्टी के पास इस तरह के कृत्यों के वीडियो क्पिप हैं, जिनमें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के कथित कार्यकर्ता दिखाई दे रहे हैं। रामदास अठावले के नेतृत्व वाली आरपीआई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा है।

शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी ने दिवंगत मौजूदा विधायक रमेश लटके की पत्नी रुतुजा लटके को मैदान में उतारा है। रमेश लटके के निधन के बाद से यह सीट खाली है, जिसके कारण यह उपचुनाव कराने पड़े हैं।

भाजपा ने मुरजी पटेल को मैदान में उतारा था, लेकिन बाद में पार्टी ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया और अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। परब ने कहा, एक ओर भाजपा ने यह कहते हुए अपने उम्मीदवार को वापस लिया कि वह मृतक सांसद के परिवार के सदस्य के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा नहीं करने की परंपरा का सम्मान करती है। दूसरी ओर, लोगों से नोटों के लिए वोट डालने के लिए कहा जा रहा है।

उन्होंने भरोसा जताया कि लटके को 98-99 फीसदी वोट मिलेंगे और कहा वह उन कार्यों को पूरा करेंगी जो उनके पति की मृत्यु के कारण अधूरे रह गए थे। परब ने कहा, निर्वाचन क्षेत्र में पूर्व और पश्चिमी उपनगर से कनेक्टिविटी जैसे मुद्दे हैं, क्योंकि यह एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है।