मरीज ने मोबाइल देखते-देखते undergone किया ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन,
लखनऊ 12 सितम्बर:(डेस्क)चिकित्सा क्षेत्र में एक नई उपलब्धि के तहत, चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपरस्पेशियलिटी कैंसर संस्थान के डॉक्टरों ने ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन में सफलता प्राप्त की है। इस ऑपरेशन में एक विशेष तकनीक का उपयोग किया गया, जिसे अवेक क्रैनियोटॉमी कहा जाता है। इस तकनीक की खासियत यह है कि इसमें मरीज को बेहोश नहीं किया जाता है, बल्कि केवल ऑपरेशन वाले हिस्से को सुन्न किया जाता है।
मरीज की स्थिति
लखनऊ निवासी 56 वर्षीय हरीशंकर प्रजापति को सिर में तेज दर्द की शिकायत के बाद एक निजी अस्पताल में दिखाया गया। जांच के दौरान उन्हें ब्रेन ट्यूमर का पता चला। डॉक्टरों ने बताया कि इस ऑपरेशन में मरीज को लकवा मारने का खतरा था, इसलिए उनके परिजनों ने उन्हें कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में भर्ती कराया।
अवेक क्रैनियोटॉमी तकनीक
अवेक क्रैनियोटॉमी एक उन्नत तकनीक है, जो मरीज को ऑपरेशन के दौरान जागृत रखने की अनुमति देती है। इस प्रक्रिया में, डॉक्टर केवल उस हिस्से को सुन्न करते हैं, जहाँ ऑपरेशन किया जाना है, जिससे मरीज को दर्द का अनुभव नहीं होता। इस तकनीक का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि मरीज को जागरूक रखा जा सकता है, जिससे डॉक्टरों को ऑपरेशन के दौरान मरीज की प्रतिक्रिया पर ध्यान देने का अवसर मिलता है।
इस विशेष प्रक्रिया के दौरान, हरीशंकर प्रजापति को मोबाइल फोन का उपयोग करने की अनुमति दी गई, ताकि वह सो न सकें और ऑपरेशन के दौरान जागरूक रह सकें। यह तकनीक न केवल मरीज के लिए सुरक्षित है, बल्कि यह डॉक्टरों को सटीकता से काम करने में भी मदद करती है।
चिकित्सा अधीक्षक की टिप्पणी
कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने बताया कि अवेक क्रैनियोटॉमी तकनीक ने ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन में एक नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि यह तकनीक मरीजों के लिए कम जोखिम भरी होती है और इससे उनकी रिकवरी प्रक्रिया भी तेज होती है।
डॉ. शुक्ला ने यह भी बताया कि इस प्रकार के ऑपरेशन में मरीज की मानसिक स्थिति और उनकी प्रतिक्रिया पर ध्यान देना आवश्यक होता है। इस तकनीक की मदद से डॉक्टर ऑपरेशन के दौरान मरीज की स्थिति को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और आवश्यकतानुसार तुरंत निर्णय ले सकते हैं।