आधार अधूरा: राशन और पेंशन में बढ़ी मुश्किलें
सीतापुर 16 सितम्बर:(डेस्क)आधार कार्ड अब लोगों के लिए एक आवश्यक दस्तावेज बन गया है, खासकर उन लोगों के लिए जिनका आधार "अधूरा" है यानी जिनकी केवाईसी (Know Your Customer) अपडेट नहीं हुई है। ऐसे लोगों को अब राशन और पेंशन प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
आधार केंद्रों की कमी
सीतापुर जिले के एलिया, महोली और पिसावां में आधार कार्ड केंद्रों की कमी से लोग भटक रहे हैं। सत्यापन न होने की स्थिति में राशन बंद होने की चेतावनी ने लोगों को परेशान कर दिया है। जिले में कुल 8.87 लाख राशन कार्ड धारक हैं, जिन्हें अपनी केवाईसी करवानी है। कोटेदार पिछले दो महीनों से लगातार इन्हें केवाईसी करवाने की हिदायत दे रहे हैं।
कोटेदार की भूमिका
कोटेदार हर माह 20 तारीख के बाद खुद ही केवाईसी करते हैं, लेकिन आधार केंद्रों की कमी ने इस प्रक्रिया को मुश्किल बना दिया है। पिसावां, महोली और एलिया जैसे क्षेत्रों में डाकघरों में आधार कार्ड बनाना बंद हो चुका है और प्राइवेट सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। इससे लोग केवाईसी करवाने के लिए भटक रहे हैं।
लोगों की चिंताएं
भोगीपुर निवासी बृजेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि राशन कार्ड की केवाईसी न हो पाने से उन्हें राशन मिलने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि विकास खंड ऐलिया मुख्यालय पर बैंक और पोस्ट ऑफिस में आधार केंद्र संचालित नहीं हैं, जिससे समस्याएं बढ़ रही हैं।
इमलिया सुल्तानपुर निवासी अनूप शुक्ला ने भी इसी तरह की समस्याओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि जब वह राशन कार्ड के लिए केवाईसी करवाने आए थे, तो उन्हें पता चला कि इसके लिए आधार केंद्र पर जाना होगा, लेकिन वहां कोई आधार केंद्र नहीं था।
पेंशन योजनाओं पर असर
केवाईसी न होने से केवल राशन ही नहीं, बल्कि पेंशन योजनाओं में भी समस्याएं आ रही हैं। स्थानीय स्तर पर यदि कोई आधार केंद्र होता तो वेटिंग कम होती, लेकिन अब समय पर आधार सत्यापन न होने से जरूरतमंद लोग इधर-उधर भटकने को मजबूर हो रहे हैं।