यूपी में आयुष की 30 प्रतिशत सीटें घटीं, शिक्षकों और संसाधनों की कमी

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लखनऊ 18 सितम्बर:(डेस्क)उत्तर प्रदेश के राजकीय आयुष कॉलेजों में हाल ही में 30 प्रतिशत सीटों में कमी आई है, जिससे छात्रों और शिक्षकों के लिए चिंताएं बढ़ गई हैं। सरकारी क्षेत्र के तीनों विधाओं (आयुर्वेद, यूनानी, और होम्योपैथी) में कुल 1714 सीटों में से केवल 1211 सीटों पर ही दाखिले की अनुमति मिली है। इस कटौती का मुख्य कारण चिकित्सा शिक्षकों और आवश्यक संसाधनों की कमी बताई जा रही है।

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कॉलेजों की स्थिति

राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बांदा को अभी तक मान्यता नहीं मिल पाई है, जबकि यूनानी और होम्योपैथिक कॉलेजों को सीटों में कटौती के साथ सशर्त मान्यता प्राप्त हुई है। आयुष विभाग का दावा है कि दूसरी काउंसिलिंग तक कुछ सीटें बढ़ाई जा सकती हैं, जिसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रदेश के आठ राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेजों में बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की कुल 588 सीटें हैं। इनमें प्रयागराज के हड़िया और बांदा के अतर्रा स्थित कॉलेज में 75-75 सीटें शामिल हैं। हड़िया कॉलेज को रिक्त पदों को भरने का हलफनामा देने के बाद पढ़ाई शुरू करने की सशर्त अनुमति मिल गई है, लेकिन राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अतर्रा बांदा की मान्यता अभी भी फंसी हुई है।

शिक्षकों और संसाधनों की कमी

अतर्रा कॉलेज में शिक्षकों की कमी और मरीजों की संख्या सहित कई अन्य कमियों को भी देखा गया है। इसके अलावा, अन्य राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेजों में भी सीटें घटाई गई हैं, सिवाय टुड़ियागंज लखनऊ के।

नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (एनसीआईएमएस) ने प्रदेश में बीएएमएस के लिए 588 सीटों के मुकाबले केवल 337 सीटों की मान्यता दी है। इसी तरह, होम्योपैथी के नौ कॉलेजों में बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी की 976 सीटें हैं, जिसमें से नेशनल कमीशन फॉर होम्योपैथी ने 755 सीटों को मान्यता दी है। यूनानी चिकित्सा के दो कॉलेजों में बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीयूएमएस) की 150 सीटों के मुकाबले केवल 119 सीट पर सशर्त दाखिले की अनुमति मिली है।

भविष्य की संभावनाएँ

आयुष विभाग ने बताया कि तीनों विधाओं के कॉलेजों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि दूसरे चरण की काउंसिलिंग के दौरान कुछ सीटें बढ़ सकती हैं। इसके लिए आयुष मंत्रालय से संबंधित केंद्रीय कमेटियों को हलफनामा भी भेजा गया है।