नाबालिग चोरी आरोपी की मौत पर हंगामा, पुलिस पर पिटाई का आरोप

in Lucknow Mandal News3 days ago

लखीमपुर खीरी 15 सितम्बर:(डेस्क)फरधान। सिसावांकला के निवासी एक नाबालिग चोरी आरोपी की इलाज के दौरान लखनऊ में शनिवार को मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उसे पूछताछ के लिए कुछ दिन पहले थाने ले गई थी, जहां उसकी पिटाई की गई, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी। इस घटना के बाद नाराज परिजनों ने थाने के गेट के सामने लखीमपुर-गोला मार्ग को जाम कर दिया। पुलिस को स्थिति को संभालने के लिए लाठियां भांजनी पड़ी, लेकिन देर रात तक लोग हाईवे पर डटे रहे।

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घटना का विवरण

17 वर्षीय आकाश राज, जो चांदपुरवा गांव का निवासी था, को तीन सितंबर को पुलिस ने चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए थाने लाया था। उसके भाई सुभाष कुमार राज ने बताया कि आकाश ने चोरी नहीं की थी, लेकिन पुलिस उससे मारपीट कर जबरन चोरी कबूल कराने की कोशिश कर रही थी।

जब छह सितंबर को आकाश की तबीयत बिगड़ गई, तो पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया। परिजन उसे लखीमपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराने ले गए, लेकिन डॉक्टर ने एक दिन इलाज करने के बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान शनिवार को आकाश की मौत हो गई।

परिजनों का हंगामा

आकाश की मौत से नाराज परिजन शव लेकर फरधान थाने के गेट पर पहुंचे और वहां हंगामा करने लगे। उन्होंने लखीमपुर-गोला मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से आकाश घायल हुआ था, जिससे उसकी मौत हुई। वे दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग पर अड़ गए।

पुलिस की प्रतिक्रिया

पुलिस का कहना है कि सिसावांकला गांव में राधेश्याम के खोखे में चोरी हुई थी। पीड़ित ने आकाश राज को नामजद करते हुए थाने में तहरीर दी थी। चोरी की नामजद तहरीर मिलने पर पुलिस ने आकाश को थाने लाया। पुलिस ने दावा किया है कि आकाश बीमार था और इस बारे में जानकारी होने पर उसे परिजनों को सौंप दिया गया था।

प्रशासनिक कार्रवाई

हाईवे जाम होने की सूचना मिलने पर एडिशनल एसपी पवन गौतम, सीओ सिटी रमेश कुमार तिवारी, कोतवाल सदर अंबर सिंह, थाना शारदा नगर प्रभारी बृजेश कुमार मौर्य, थाना खीरी प्रभारी अजीत कुमार और गोला कोतवाली प्रभारी रमेश चंद्र पांडेय समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।

सामाजिक मुद्दे

यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय बन गई है। पुलिस की कार्यप्रणाली और नाबालिगों के प्रति उनके व्यवहार पर सवाल उठने लगे हैं। इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।