घर में रखे गहनों को गिरवी रखकर 14 लाख करोड़ रुपये का लोन लिया, फिर की शानदार कमाई
लखनऊ 18 सितम्बर:(डेस्क)गोल्ड लोन ने इस वर्ष नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। जून 2024 तक, लोगों ने घर में रखे गहनों के एवज में 14 लाख करोड़ रुपये का लोन लिया है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 12.44 लाख करोड़ रुपये था। इस प्रकार, महज एक वर्ष में 1.60 लाख करोड़ रुपये के अधिक गहने बैंकों की कस्टडी में पहुंच गए हैं।
सोने की कीमतों का प्रभाव
इस वृद्धि का मुख्य कारण सोने की कीमतों में तेजी है, जिसका लोग भरपूर लाभ उठा रहे हैं। गिरवी रखे गहनों के एवज में मिली राशि को रियल एस्टेट और शेयर बाजार में निवेश किया जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की हालिया रिपोर्ट ने इस निवेश के ट्रेंड को और मजबूत किया है।
निवेश विशेषज्ञ राजीव तुलस्यान के अनुसार, सोने ने हाल के समय में उम्मीद से बेहतर रिटर्न दिया है। पिछले तीन वर्षों में, दस ग्राम सोने ने 19 हजार रुपये यानी 45 प्रतिशत से अधिक मुनाफा दिया है। इसी अवधि में शेयर बाजार में भी अप्रत्याशित रूप से निवेश बढ़ा है।
छोटे शहरों में निवेश का बढ़ता ट्रेंड
विशेष रूप से छोटे शहरों से निवेश करने वालों की संख्या में 12 गुना तक तेजी आई है। तीन वर्षों में कुल खुले डीमैट खातों में 40 प्रतिशत छोटे शहरों के हैं। तुलस्यान ने बताया कि लोगों के पास कैश सीमित है, इसलिए शेयर बाजार में निवेश के लिए गोल्ड लोन लेने का ट्रेंड बढ़ा है।
गोल्ड लोन का एक बड़ा लाभ यह है कि इसमें सोना बेचना नहीं पड़ता। पहले ही सोने से डेढ़ से दोगुना मुनाफा कमा चुके लोग अब ज्वैलरी के एवज में इसका एक हिस्सा शेयर बाजार में लगा रहे हैं। साल-दो साल में वहां से मिले रिटर्न से गोल्ड लोन का भुगतान कर ज्वैलरी वापस ले लेते हैं। इस अवधि में सोने की कीमत भी बढ़ जाती है।
एफडी के एवज में लोन
बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर रिटर्न 6-7 प्रतिशत से अधिक नहीं होता है। इसलिए, ज्यादा रिटर्न पाने के लिए बिना एफडी तुड़वाए लोन लेने वालों की संख्या बढ़ी है। इस साल एफडी के एवज में 1.26 लाख करोड़ रुपये का लोन लिया गया है।
हालांकि, खास बात यह है कि लोग शेयर और बॉंड को गिरवी रखकर सबसे कम लोन ले रहे हैं, जिससे केवल नौ हजार करोड़ रुपये ही प्राप्त हुए हैं।