सरयू नदी उफान पर, 11 जिलों के 36 गांवों में बाढ़, भारी बारिश की चेतावनी
लखनऊ 14 सितम्बर:(डेस्क)उत्तर प्रदेश में मानसून ने अपनी पूरी ताकत के साथ दस्तक दी है, जिससे प्रदेश के 11 जिलों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। भारी बारिश और आकाशीय बिजली की वजह से कई लोगों की जान भी गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों में चिंता बढ़ गई है।
बाढ़ की स्थिति
प्रदेश के अवध क्षेत्र के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। बाढ़ से प्रभावित 36 गांवों में लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा और भी बढ़ गया है। मौसम विभाग ने इन जिलों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
जान-माल का नुकसान
हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण पिछले 24 घंटों में सात लोगों की जान चली गई। इनमें से एक व्यक्ति की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई, जबकि अन्य छह की मौत अतिवृष्टि के कारण हुई। प्रभावित जिलों में कन्नौज, श्रावस्ती, मथुरा, इटावा, बुलंदशहर, अमरोहा और गाजियाबाद शामिल हैं। श्रावस्ती में दो लोगों की मौत हुई, जबकि अन्य सभी जिलों में एक-एक व्यक्ति की जान गई।
वर्षा का आंकड़ा
इस अवधि में सबसे अधिक वर्षा अमरोहा, बरेली, बिजनौर और बहराइच में हुई। वहीं, बलिया, महाराजगंज, देवरिया, बांदा, झांसी, अयोध्या, फतेहपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, गाजीपुर, अमेठी, कुशीनगर, चंदौली, महोबा, सोनभद्र, रायबरेली, सुल्तानपुर और प्रयागराज जैसे जिलों में वर्षा का स्तर अपेक्षाकृत कम रहा। भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, मऊ और मिर्जापुर में सूखे की स्थिति बनी रही।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है। इससे बाढ़ की स्थिति और भी बिगड़ सकती है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
राहत कार्य
स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। प्रभावित लोगों के लिए खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। साथ ही, चिकित्सा सुविधाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति का सामना किया जा सके।