लाठी-डंडों से जंगल की हिफाजत कर रहे वनकर्मी

in Jhansi Mandal4 days ago

झांसी 15 सितंबर:(डेस्क)झांसी के जंगलों में पेड़ों की कटाई से वन क्षेत्र लगातार सिमट रहा है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए वन विभाग ने जंगलों की सुरक्षा के लिए कुछ कदम उठाए हैं, जिनमें वनकर्मियों की तैनाती भी शामिल है।

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लेकिन, वनकर्मियों को हथियारों की जगह लाठी-डंडे दिए गए हैं, जिससे वे वन माफिया का सामना करने में असमर्थ हैं।
वन माफिया से मुठभेड़ होने पर कई वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इस स्थिति में, वनकर्मी अब मुठभेड़ होने पर कदम पीछे खींचने पर मजबूर हो जाते हैं। यह स्थिति जंगलों की सुरक्षा के लिए चिंताजनक है।

वन क्षेत्र में पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए वन विभाग को कड़े कदम उठाने होंगे। इसके लिए, वनकर्मियों को हथियारों से लैस किया जाना चाहिए ताकि वे वन माफिया का सामना कर सकें। साथ ही, वनकर्मियों को पर्याप्त प्रशिक्षण और सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
वन विभाग को जंगलों की सुरक्षा के लिए एक व्यापक रणनीति बनानी होगी। इसमें वन माफिया पर कड़ी कार्रवाई करने के साथ-साथ जनजागरूकता अभियान चलाने भी शामिल होने चाहिए। लोगों को पेड़ों की महत्ता और जंगलों के संरक्षण के लाभों के बारे में बताया जाना चाहिए।

इसके अलावा, वन विभाग को जंगलों में पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम करना होगा। स्थानीय लोगों को वन संरक्षण में शामिल करके, जंगलों की सुरक्षा को मजबूत किया जा सकता है।
वन क्षेत्र में पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए सरकार को भी कदम उठाने होंगे। सरकार को वन संरक्षण के लिए कानूनों को कड़ा बनाना होगा और उनका कड़ाई से पालन करवाना होगा। साथ ही, वन विभाग को पर्याप्त संसाधन और अधिकार दिए जाने चाहिए ताकि वह जंगलों की सुरक्षा के लिए प्रभावी कार्य कर सके।

समग्र रूप से, झांसी के जंगलों में पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इसमें वन विभाग, स्थानीय समुदाय और सरकार के बीच सहयोग और समन्वय होना चाहिए। साथ ही, वन संरक्षण के लिए कानूनों को कड़ा बनाना और उनका कड़ाई से पालन करवाना होगा। इन कदमों से झांसी के जंगलों में पेड़ों की कटाई को रोका जा सकता है और जंगलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।