खजुराहो से झांसी तक खाली चल रही वंदे भारत

in Jhansi Mandal5 days ago

झांसी 14 सितंबर:(डेस्क)झांसी में रेलवे की स्थिति अत्यंत दिलचस्प है, जहां एक ओर एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में सीटों की भारी कमी हो रही है, वहीं दूसरी ओर प्रीमियम ट्रेनों में सीटें आसानी से उपलब्ध हैं। यह असमानता यात्रियों के लिए एक बड़ा सवाल बन गई है।

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ट्रेनों की स्थिति
एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों की मांग में लगातार वृद्धि हो रही है। यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण, इन ट्रेनों में सीटें मिलना मुश्किल हो गया है। कई बार यात्रियों को यात्रा से एक दिन पहले ही टिकट बुक करने पर भी कंफर्म सीट नहीं मिल पा रही है। ऐसे में यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं, प्रीमियम ट्रेनों की स्थिति इसके विपरीत है। यदि एक दिन पहले 50 लोग भी एक साथ टिकट कराते हैं, तो उन्हें आसानी से कंफर्म सीट मिल जाती है। यह स्थिति यात्रियों के लिए एक असमानता का संकेत है, जो रेलवे की प्रबंधन प्रणाली पर सवाल उठाती है।

पर्यटन को बढ़ावा
इस बीच, रेलवे ने खजुराहो-निजामुद्दीन एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया है, जो पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह ट्रेन खजुराहो से लेकर झांसी तक सैकड़ों सीटों के साथ चल रही है, जिससे पर्यटकों को यात्रा करने में सुविधा हो रही है।
खजुराहो, जो अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, इस ट्रेन के माध्यम से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने की उम्मीद कर रहा है। यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।

निष्कर्ष
झांसी में रेलवे की स्थिति विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है। जहां एक ओर एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में सीटों की कमी यात्रियों के लिए समस्या बन गई है, वहीं प्रीमियम ट्रेनों की स्थिति यात्रियों के लिए एक राहत का स्रोत है। रेलवे की नई पहलों, जैसे खजुराहो-निजामुद्दीन एक्सप्रेस, पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होंगी।
इस प्रकार, झांसी में रेलवे की स्थिति एक जटिल परिदृश्य प्रस्तुत करती है, जिसमें यात्रियों की आवश्यकताओं और रेलवे की सेवाओं के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता है।