नौ मिनट में हो गया नौ साल से चल रहे मुकदमे का फैसला

in Jhansi Mandal3 days ago

झांसी 15 सितंबर:(डेस्क)झांसी में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें पिछले नौ वर्षों से चल रहे कई विवादों का त्वरित निस्तारण किया गया। इस अवसर पर सुभाषगंज निवासी संजय अग्रवाल और ओमशांतिनगर निवासी एसके गुप्ता के बीच चल रहे पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद भी नौ मिनट से भी कम समय में समझौते के आधार पर निपटा दिया गया।

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लोक अदालत का महत्व
लोक अदालत का आयोजन न्यायिक प्रणाली में लंबित मामलों के त्वरित निस्तारण के लिए किया जाता है। इससे न केवल न्यायिक प्रणाली पर बोझ कम होता है, बल्कि पक्षकारों को भी जल्दी राहत मिलती है। लोक अदालत में मामलों का निस्तारण मध्यस्थता और समझौते के माध्यम से किया जाता है, जिससे पक्षकारों के बीच सौहार्द और सद्भाव बना रहता है।

रिकॉर्ड मामलों का निस्तारण
झांसी में आयोजित लोक अदालत में कुल 1,26,992 मुकदमों का निस्तारण किया गया, जो एक रिकॉर्ड है। इसमें से अधिकांश मामले बैंक, बीमा और राजस्व विभाग से संबंधित थे। इन मामलों का त्वरित निस्तारण न केवल पक्षकारों को राहत पहुंचाएगा, बल्कि न्यायिक प्रणाली पर भी बोझ कम करेगा।

संजय अग्रवाल और एसके गुप्ता का विवाद
लोक अदालत में सुभाषगंज निवासी संजय अग्रवाल और ओमशांतिनगर निवासी एसके गुप्ता के बीच चल रहे पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद का भी निस्तारण किया गया। यह विवाद पिछले नौ वर्षों से चल रहा था, लेकिन लोक अदालत में केवल नौ मिनट से भी कम समय में इसका समझौते के आधार पर निपटारा कर दिया गया। इससे न केवल पक्षकारों को राहत मिली, बल्कि न्यायिक प्रणाली की कार्यक्षमता भी सामने आई।

लोक अदालत का आयोजन
लोक अदालत का आयोजन झांसी जिला न्यायालय द्वारा किया गया था। इसमें जिला न्यायाधीश, अधीक्षक न्यायिक मजिस्ट्रेट, न्यायिक मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। लोक अदालत में पक्षकारों को समझौते के लिए प्रोत्साहित किया गया और उन्हें कानूनी सलाह भी दी गई।

निष्कर्ष
झांसी में आयोजित लोक अदालत में रिकॉर्ड संख्या में मामलों का निस्तारण किया गया, जिससे न्यायिक प्रणाली पर बोझ कम हुआ है। इससे न केवल पक्षकारों को राहत मिली है, बल्कि समाज में भी सौहार्द और सद्भाव बढ़ा है। लोक अदालत का आयोजन न्यायिक प्रणाली को और अधिक कुशल और प्रभावी बनाने में मदद करता है।