एक साथ जलीं तीनों चिताएं, शोक में डूबा बिरधास
ललितपुर 12 सितंबर:(डेस्क)ललितपुर जिले में वज्रपात की एक दुखद घटना में दो महिलाओं और एक किसान की मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब ये लोग अपने खेतों में काम कर रहे थे। पोस्टमार्टम के बाद, तीनों शवों का अंतिम संस्कार एक ही स्थान पर किया गया, जिससे गांव में शोक का माहौल छा गया।
घटना का विवरण
घटना के समय आसमान में बादल छाए हुए थे और हल्की बारिश हो रही थी। अचानक वज्रपात हुआ, जिससे तीन लोगों की जान चली गई। मृतकों की पहचान 16 वर्षीय पूनम कुमारी, 30 वर्षीय संजुला देवी और 35 वर्षीय रौशन कुमार के रूप में हुई। ये सभी ठेकपुरा वार्ड नंबर 15 के निवासी थे। घटना के बाद, ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और घायलों को रानीगंज के रेफरल अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी स्थिति गंभीर बताई गई
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
जैसे ही घटना की जानकारी मिली, गांव के लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। मृतकों के परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय मुखिया ने घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन से मुआवजे की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि वज्रपात के समय वे खेत में काम कर रहे थे और अचानक बिजली गिरी। इससे न केवल इंसान, बल्कि उनके मवेशी भी प्रभावित हुए, जिसमें छह बकरियों की भी मौत हो गई।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद, जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। प्रशासनिक टीम ने घटना स्थल का दौरा किया और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। इस प्रकार की घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशासन ने मौसम के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी है।
वज्रपात की बढ़ती घटनाएं
बिहार में वज्रपात की घटनाएं हाल के दिनों में बढ़ी हैं। मौसम के परिवर्तन के साथ, कई जिलों में वज्रपात से मौतें हो रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के मौसम में सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
इस घटना ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि वज्रपात से होने वाले नुकसान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अक्सर मौसम की अनिश्चितताओं के बीच काम करते हैं, और इस तरह की घटनाएं उनके जीवन को खतरे में डाल सकती हैं।
निष्कर्ष
इस दुखद घटना ने न केवल मृतकों के परिवारों को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे गांव को भी शोक में डुबो दिया है। वज्रपात के कारण होने वाली मौतें एक गंभीर समस्या हैं, और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस दिशा में ठोस कदम उठाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।