कुर्सी की खींचतान में फंसा 121 विद्यार्थियों का भविष्य, कक्षाएं शुरू

in Aligarh Mandal10 days ago

अलीगढ़ 6 सितंबर : (डेस्क) खेल कोटे से 121 विद्यार्थियों का अलग-अलग कक्षाओं में दाखिला देने के लिए चयन किया गया है। प्रवेश प्रक्रिया 20 अगस्त से शुरू हुई थी। खेल कोटे से प्रवेश में धांधली का आरोप लगाकर विद्यार्थियों ने हंगामा किया था। जिसके बाद परीक्षा नियंत्रक कार्यालय ने प्रवेश प्रक्रिया स्थगित कर दी।

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121 विद्यार्थियों का भविष्य कुर्सी की खींचतान में फंस गया है, क्योंकि कक्षाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन खेल कोटे से उनका नामांकन नहीं हुआ है। यह समस्या उन छात्रों के लिए गंभीर है जो खेलों में उत्कृष्टता दिखाते हैं और इस कोटे के माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे थे। अब, इन विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ भविष्य की संभावनाओं को लेकर चिंता सताने लगी है।

कक्षाएं शुरू होने के बावजूद, खेल कोटे से नामांकन न होने के कारण विद्यार्थियों को अन्य छात्रों के मुकाबले प्रतिस्पर्धा में पीछे रह जाने का डर है। यह स्थिति न केवल उनके शैक्षणिक करियर को प्रभावित कर सकती है, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकती है। कई विद्यार्थियों ने इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है।

इस मामले में प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। विद्यार्थियों का कहना है कि उन्हें उचित जानकारी और समय पर मार्गदर्शन नहीं मिला, जिससे वे खेल कोटे के तहत नामांकन के लिए आवेदन नहीं कर सके। इस प्रकार की लापरवाही से विद्यार्थियों के भविष्य पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।

खेल कोटे से नामांकन न होने के कारण विद्यार्थियों का मनोबल भी गिरा है। कई छात्रों ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर खेल में उत्कृष्टता हासिल की थी, लेकिन अब वे अपने प्रयासों को बेकार होते हुए देख रहे हैं। यह स्थिति उनके लिए एक बड़ा धक्का है, जो कि खेलों में करियर बनाने की सोच रहे थे।

समाज और शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं चिंता का विषय हैं। विद्यार्थियों के अधिकारों की रक्षा और उनकी प्रतिभा को पहचानने की आवश्यकता है। यदि प्रशासन इस मुद्दे का समाधान नहीं करता है, तो यह न केवल विद्यार्थियों के लिए, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।