तेज हवा और बारिश से खेतों में गिरा धान

in Aligarh Mandal6 days ago

अलीगढ़ 12 सितंबर : (डेस्क) पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते पकने को तैयार धान की फसल खेतों में गिर रही है। इससे खराब हो रही फसल को देखकर किसान मायूस हैं।

1000047430.jpg

पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की धान की फसल को गंभीर नुकसान पहुँचाया है। खेतों में खड़ी फसलें बारिश के कारण गिर रही हैं, जिससे किसान बेहद मायूस हैं। यह स्थिति किसानों के लिए अत्यंत चिंताजनक है, क्योंकि उनकी मेहनत और निवेश का परिणाम इस मौसम की मार से प्रभावित हो रहा है।

किसानों का कहना है कि इस वर्ष धान की फसल अच्छी होने की उम्मीद थी, लेकिन अचानक आई बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। खेतों में धान की फसल पकने के लिए तैयार थी, लेकिन बारिश ने उसे गिरा दिया, जिससे फसल की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है। इस स्थिति में किसान अपनी मेहनत को बर्बाद होते देख रहे हैं और उनकी चिंता बढ़ती जा रही है।

सरकार द्वारा किसानों को फसल खराब होने पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, लेकिन कई किसान इसे अपर्याप्त मानते हैं। बिहार सरकार की फसल सहायता योजना के तहत किसानों को 10 हजार रुपये की सहायता मिलती है, लेकिन यह राशि उनके नुकसान की भरपाई के लिए काफी नहीं है। किसानों की मांग है कि उन्हें अधिक मुआवजा दिया जाए ताकि वे अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकें।

किसानों का कहना है कि इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं के समय में उन्हें बेहतर सुरक्षा और मुआवजा मिलना चाहिए। वे चाहते हैं कि सरकार उनके नुकसान का सही आकलन करे और उचित मुआवजा प्रदान करे। इससे उन्हें भविष्य में इस तरह की समस्याओं का सामना करने में मदद मिलेगी।

इस संकट के समय में, किसानों को एकजुट होकर अपनी आवाज उठाने की आवश्यकता है। उन्हें चाहिए कि वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें और सरकार से बेहतर नीतियों की मांग करें ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके। किसानों की मेहनत और उनकी फसलें हमारे देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।