मेजर-पुलिस अफसर बन लड़कियों को ठग रहा था शहबाज, ड्यूटी की कहकर जाता, करता था चोरी
अलीगढ़ 14 सितंबर : (डेस्क) शहबाज सिविल लाइंस इलाके के फिरदौस नगर का रहने वाला है। उसने खुद को हर्षित चौधरी बताकर झारखंड की युवती से दोस्ती की थी। खुद को सेना में मेजर बताता था।
शहबाज, जो सिविल लाइंस इलाके के फिरदौस नगर का निवासी है, ने खुद को हर्षित चौधरी बताकर झारखंड की एक युवती से दोस्ती की। उसने दावा किया कि वह भारतीय सेना में मेजर है। इस पहचान का इस्तेमाल करते हुए उसने कई युवतियों को अपने जाल में फंसाया और उन्हें शारीरिक और आर्थिक रूप से शोषित किया।
पुलिस ने 31 अगस्त 2024 को अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर एक बैग चोरी के मामले में शहबाज को गिरफ्तार किया। जांच के दौरान, पुलिस ने CCTV फुटेज से उसकी पहचान की और उसके द्वारा बुक की गई सीट का पता लगाया। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो उसने खुद को सेना का मेजर बताया, लेकिन इस दावे की पुष्टि के लिए भारतीय सेना से संपर्क किया गया।
जब सेना ने बताया कि हर्षित चौधरी नाम का कोई मेजर नहीं है, तब पुलिस ने शहबाज की असली पहचान का पता लगाया। उसने फर्जी आधार कार्ड और आर्मी आईडी बनाई थी। शहबाज पर आरोप है कि उसने 24 हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया और उनके साथ धोखाधड़ी की।
शहबाज की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए हैं। उसकी गतिविधियों में वंदे भारत ट्रेन में चोरी करना भी शामिल था। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की और उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया।
इस मामले ने "लव जिहाद" के आरोपों को भी जन्म दिया है, जिसमें शहबाज को एक मास्टरमाइंड के रूप में देखा जा रहा है। उसकी पहचान छिपाकर हिंदू युवतियों से दोस्ती करने की कोशिश ने समाज में चिंता पैदा कर दी है।