पहली बारिश भी न झेल सकी, चार महीने में टूट गई इंटरलॉकिंग सड़क, हंगामा

in Aligarh Mandal15 days ago

अलीगढ़ 1 सितंबर : (डेस्क) इंटरलॉकिंग सड़क चार महीने पहले ही बनाई गई थी। यह पहली ही बारिश में टूट गई। इसके लिए 31 अगस्त को नगर पंचायत में सभासदों व अधिशासी अधिकारी एवं नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ कार्यकारिणी की बैठक हुई थी।

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नगर पंचायत मडराक के वार्ड नंबर पांच में चार महीने पहले बनाई गई 300 मीटर लंबी इंटरलॉकिंग सड़क की स्थिति चिंताजनक है। यह सड़क पहली बरसात में ही टूट गई, जिससे स्थानीय निवासियों में निराशा और गुस्सा फैल गया है।

सड़क निर्माण की प्रक्रिया
इस सड़क का निर्माण नगर पंचायत द्वारा किया गया था, जिसमें स्थानीय निवासियों की उम्मीदें जुड़ी थीं। निर्माण कार्य के दौरान यह आश्वासन दिया गया था कि सड़क उच्च गुणवत्ता की होगी और बरसात के मौसम में भी टिकाऊ रहेगी। हालांकि, वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग निकली।

बारिश के बाद की स्थिति
पहली बारिश के बाद ही सड़क में दरारें और टूटने के निशान दिखाई देने लगे। स्थानीय निवासियों ने बताया कि सड़क के टूटने से न केवल उनकी दैनिक गतिविधियाँ प्रभावित हुईं, बल्कि यह उनकी सुरक्षा के लिए भी खतरा बन गई है।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को लेकर नगर पंचायत के अधिकारियों से शिकायत की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटिया निर्माण कार्यों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सड़क का निर्माण सही तरीके से किया गया होता, तो यह इतनी जल्दी नहीं टूटती।

प्रशासन की भूमिका
नगर पंचायत के अधिकारियों ने इस मामले में कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्रशासन इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रहा है। उन्हें आशंका है कि अगर जल्द ही इस सड़क की मरम्मत नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब हो सकती है।

भविष्य की योजनाएँ
स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि नगर पंचायत को इस सड़क की मरम्मत के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि भविष्य में सड़क निर्माण के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग किया जाए ताकि ऐसी समस्याएँ दोबारा न हों।

निष्कर्ष
नगर पंचायत मडराक के वार्ड नंबर पांच की इंटरलॉकिंग सड़क का मामला यह दर्शाता है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान न रखना कितना गंभीर परिणाम ला सकता है। स्थानीय निवासियों की उम्मीदें टूटी हैं और अब उन्हें प्रशासन की ओर से उचित कार्रवाई का इंतजार है।