अपने अपहरण का रचा स्वांग, अब साथी संग गया जेल
अलीगढ़ 15 सितंबर : (डेस्क) बंधक बनाए जाने जैसा दिखने वाला वीडियो अपने परिजनों के मोबाइल पर भेजकर अपने अपहरण होने की जानकारी दी। साथ ही मेसेज भेजकर एक लाख रुपये की फिरौती भेजने की मांग की।
दुमका के 11 मजदूरों को तमिलनाडु में बंधक बनाए जाने की घटना ने उनके परिवारों में चिंता की लहर पैदा कर दी है। ये मजदूर रोजगार की तलाश में चार दिन पहले रामगढ़ प्रखंड के अमड़ापहाड़ी से तमिलनाडु गए थे। वहां पर उन्हें बंधक बना लिया गया और उनके परिजनों से पैसे की मांग की जा रही है। मजदूरों ने अपने परिजनों को फोन कर जानकारी दी कि उन्हें बंधक बनाया गया है और उनके साथ मारपीट भी की जा रही है.
परिजनों ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दुमका के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार से मदद की गुहार लगाई है। कुछ परिवारों ने पहले ही ऑनलाइन माध्यम से 15-15 हजार रुपये भेज दिए हैं, लेकिन मजदूरों की रिहाई अब तक नहीं हुई है.
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और जरूरत पड़ने पर एक विशेष टीम को तमिलनाडु भेजने की योजना बनाई जा रही है। बंधक बनाए गए मजदूरों में से कुछ आदिवासी परिवारों से संबंधित हैं, जो इस स्थिति से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं.
परिवारों की चिंताओं को देखते हुए, दुमका एसपी ने कहा है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही उचित कार्रवाई करेंगे। मजदूरों की सुरक्षा और रिहाई के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को क्या कदम उठाने चाहिए। परिवारों की अपील और पुलिस की कार्रवाई के बीच, उम्मीद है कि जल्द ही मजदूरों को सुरक्षित रिहा किया जाएगा।