संतकबीर नगर में DM की पहल से 'रौशन' रहेंगे बालिका विद्यालय, नहीं रहेगा 'अंधेरा'

in Basti Mandal4 days ago

संतकबीरनगर 15 सितंबर : (डेस्क) हैंसर, खलीलाबाद, नाथनगर, बघौली, सेमरियावां, सांथा और मेंहदावल में विद्यालय स्थापित।इन विद्यालयों में छात्राओं की संख्या महत्वपूर्ण है।विद्यालयों में बिजली की कटौती गंभीर समस्या बन गई है।

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बस्ती जनपद के हैंसर, खलीलाबाद, नाथनगर, बघौली, सेमरियावां, सांथा और मेंहदावल में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में लगभग सात सौ छात्राएं अध्ययनरत हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये विद्यालय मुख्य रूप से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित हैं, जहां बिजली की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है।

इन क्षेत्रों में रात के समय बिजली की कटौती अक्सर होती है, जिससे छात्राओं को अध्ययन में कठिनाई होती है। बिजली की अनुपलब्धता के कारण इन्वर्टर भी काम नहीं कर पाते, जिससे विद्यालयों में अंधेरा छा जाता है। इस समस्या का समाधान करने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग एक प्रभावी उपाय हो सकता है।

सोलर पैनल लगाने से विद्यालयों में बिजली की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इससे न केवल छात्राओं को पढ़ाई के लिए उचित रोशनी मिलेगी, बल्कि यह विद्यालयों के लिए एक स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत भी प्रदान करेगा। सौर ऊर्जा का उपयोग करने से विद्यालयों का संचालन अधिक सुचारू और प्रभावी हो सकेगा, जिससे छात्राएं बेहतर तरीके से अपनी पढ़ाई कर सकेंगी।

इस दिशा में उठाए गए कदम न केवल छात्राओं के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए फायदेमंद साबित होंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी छात्राएं, चाहे वे किसी भी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से हों, शिक्षा के समान अवसर प्राप्त कर सकें।

इस प्रकार, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में सौर ऊर्जा का उपयोग एक सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल छात्राओं के भविष्य को उज्ज्वल बनाएगा, बल्कि समाज के विकास में भी योगदान देगा।