Basti News: मोहित हत्याकांड के दो आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज

in Basti Mandal6 days ago

बस्ती 13 सितंबर : (डेस्क) जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुलदीप सक्सेना की अदालत ने मोहित यादव अपहरण और हत्याकांड के आरोपी अमन और विवेक पाल की जमानत प्रार्थनापत्र को निरस्त कर दिया।डीजीसी फौजदारी परिपूर्णानंद पांडे और एडीजीसी कमलेश चौधरी ने अदालत को बताया कि आरोपी अमन और विवेक पाल मोहित यादव केस में वांछित आरोपी हैं।

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बस्ती। जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुलदीप सक्सेना की अदालत ने मोहित यादव अपहरण और हत्याकांड के आरोपी अमन और विवेक पाल की जमानत प्रार्थनापत्र को निरस्त कर दिया है। यह मामला मोहित यादव के अपहरण और हत्या से संबंधित है, जो स्थानीय समुदाय में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।

घटना का विवरण

इस मामले में डीजीसी फौजदारी परिपूर्णानंद पांडे और एडीजीसी कमलेश चौधरी ने अदालत में पेश होकर बताया कि आरोपी अमन और विवेक पाल मोहित यादव केस में वांछित आरोपी हैं। विवेचना के दौरान आरोपी अमन का नाम आदित्य विक्रम सिंह के बयान के आधार पर शामिल किया गया है। इस बयान में आदित्य ने स्पष्ट रूप से बताया कि अमन का इस अपराध में हाथ था, जिससे पुलिस को जांच में मदद मिली।

जमानत प्रार्थना का निरस्तीकरण

जिला न्यायालय ने जमानत प्रार्थना को निरस्त करते हुए कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को जमानत पर रिहा नहीं किया जा सकता। न्यायालय ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे मामलों में जमानत देने से न्याय की प्रक्रिया में बाधा आ सकती है और इससे समाज में गलत संदेश जाएगा।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया

इस फैसले के बाद स्थानीय समुदाय में राहत की भावना है। लोगों का मानना है कि न्यायालय ने सही निर्णय लिया है और इससे अपराधियों को एक कड़ा संदेश भेजा गया है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस और न्यायालय की कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इस मामले में जल्द ही न्याय मिलेगा।

आगे की कार्रवाई

अब पुलिस इस मामले में आगे की जांच करेगी और अन्य संभावित आरोपियों की पहचान करने का प्रयास करेगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया है, जो इस केस की विवेचना में तेजी लाएगी।

निष्कर्ष

यह मामला न केवल मोहित यादव के परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। न्यायालय की सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।

समाज में सुरक्षा और न्याय की भावना को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है कि ऐसे अपराधियों को सख्त सजा दी जाए।
इस प्रकार, बस्ती में मोहित यादव अपहरण और हत्या के मामले में न्यायालय का निर्णय एक सकारात्मक कदम है, जो भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोकने में मदद करेगा।