तबाही का मंजर लेकर फिर लौटी सरयू
बस्ती 16 सितंबर : (डेस्क) बाढ़ का खतरा बढ़ा रविवार को नदी लाल निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर पहुंची तीन ब्लॉक के दो दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित दुबौलिया क्षेत्र के दो गांव बाढ़ से घिरे विक्रमजोत ब्लॉक के एक दर्जन गांवों में दहशत कुदरहा के दो गांवों में कटान की चिंता
बस्ती जिले में सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में, रविवार को नदी का जलस्तर लाल निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। इसके परिणामस्वरूप, तटवर्ती गांवों में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है।
जिले के तीन ब्लॉक के दो दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित होने लगे हैं, जिसमें दुबौलिया क्षेत्र के दो गांव पूरी तरह से बाढ़ से घिर गए हैं। विक्रमजोत ब्लॉक के एक दर्जन गांवों में दहशत का माहौल है, जबकि कुदरहा के दो गांवों में नागरिकों को कटान की चिंता सता रही है।
इस स्थिति का मुख्य कारण पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश और विभिन्न बैराजों से पानी छोड़े जाने की वजह से सरयू का जलस्तर बढ़ना है। पिछले दो दिनों से जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे समीपवर्ती गांवों में नदी का पानी फैलने लगा है।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि नदी का जलस्तर प्रति घंटा 2 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। ग्रामीणों ने अपने घरों और कृषि भूमि को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कई लोग अपने जरूरी सामान और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने लगे हैं।
सरयू नदी का यह रौद्र रूप पिछले 30 वर्षों में सबसे अधिक खतरनाक स्थिति में है। स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
इस प्रकार, सरयू नदी का बढ़ता जलस्तर और उसके परिणामस्वरूप उत्पन्न हो रही बाढ़ की स्थिति ने क्षेत्र के निवासियों में चिंता का माहौल बना दिया है। प्रशासन और स्थानीय निवासियों को मिलकर इस संकट का सामना करने की आवश्यकता है।