हिंसक जानवरों के हमले की दहशत... गांवों में 24 घंटे पहरेदारी
बस्ती 18 सितंबर : (डेस्क) बस्ती में बीते 10 दिनों में भेड़िया जैसे दिखने वाले जानवर के हमले के कई मामले सामने आए हैं।नगर पंचायत रुधौली के दो वार्डों में सोमवार रात एक हिंसक जानवर ने छह लोगों को घायल कर दिया।
बस्ती में पिछले 10 दिनों में भेड़िया जैसे दिखने वाले जानवरों के हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। नगर पंचायत रुधौली के दो वार्डों में सोमवार रात एक हिंसक जानवर ने छह लोगों को घायल कर दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने रात में ही खेतों से एक जानवर को खोजकर मार डाला, जिसे बाद में सियार बताया गया।
रुधौली के निवासियों का कहना है कि इन हमलों ने उन्हें खौफजदा कर दिया है। लोग अब गांव में 24 घंटे पहरा दे रहे हैं और बच्चे भी सिवान की तरफ जाने के लिए लाठी-डंडा लेकर निकल रहे हैं। यह स्थिति न केवल बच्चों के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए चिंताजनक बनी हुई है।
ग्रामीण इंसान अली ने बताया कि इस तरह की घटनाएं उनके गांव में पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन हालिया हमले ने सभी को चिंतित कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब वे अपने बच्चों को अकेले बाहर नहीं जाने दे रहे हैं और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
इस बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और वन विभाग की टीम को सियारों की संख्या कम करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, ग्रामीणों का मानना है कि जब तक प्रशासन ठोस कदम नहीं उठाएगा, तब तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो सकेगी।
इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि क्या ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ रहा है? कई लोग इसे प्राकृतिक संतुलन का बिगड़ना मानते हैं, जबकि कुछ इसे मानव गतिविधियों का परिणाम मानते हैं।
स्थानीय नेताओं ने भी इस मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता जताई है और प्रशासन से मांग की है कि वे ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, उन्होंने वन विभाग से अपील की है कि वह इस समस्या का समाधान निकाले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
इस प्रकार, बस्ती के रुधौली क्षेत्र में भेड़िया जैसे जानवरों के हमले ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और सभी की नजरें अब प्रशासन और वन विभाग पर हैं कि वे कब तक इस समस्या का समाधान करेंगे।