बुखार के मरीज बढ़ने से इमरजेंसी के बिगड़ रहे हालात, उपलब्ध बेड से तीन गुना आ रहे रोगी
आगरा 15 सितंबर : (डेस्क) मैनपुरी में बुखार के मरीज बढ़ने से इमरजेंसी के हालात बिगड़ रहे हैं। यहां उपलब्ध बेड से तीन गुना रोगी पहुंच रहे हैं। इससे घंटों तक टेबल पर ही इलाज करना पड़ता है।
मैनपुरी में बुखार का प्रकोप, इमरजेंसी हाउसफुल
मैनपुरी जिले में बारिश के बाद बुखार का कहर टूट पड़ा है। पिछले तीन दिनों में 6 हजार से अधिक मरीज उपचार के लिए जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में पहुंचे हैं। मंगलवार को जिला अस्पताल में 1100 से अधिक मरीजों ने उपचार लिया, जिनमें 600 से अधिक बुखार पीड़ित थे। महिला अस्पताल में भी स्थिति कुछ ऐसी ही देखी गई।
इस बढ़ती संख्या के कारण अस्पताल की इमरजेंसी पूरी तरह से हाउसफुल हो गई है। अस्पताल में मौजूद बेड से तीन गुना अधिक मरीज पहुंच रहे हैं, जिससे कई मरीजों को टेबल पर ही इलाज कराना पड़ता है। कुछ मरीजों को अन्य वार्डों में शिफ्ट करना पड़ा है।
बुखार के साथ-साथ पेटदर्द, आंखों में जलन और त्वचा रोगों की संख्या भी बढ़ गई है। डॉक्टरों का कहना है कि उमस भरी गर्मी ने वायरल फीवर के मरीज बढ़ा दिए हैं। आंखों में जलन शुरू होती है और बदन टूटने लगता है, जिसके बाद बुखार चढ़ आता है। यह बुखार तीन से पांच दिन के सघन उपचार के बाद ही दूर हो रहा है।
इस बढ़ती संख्या के कारण अस्पताल प्रशासन चिंतित है।
सीएमएस डॉ. अरविंद कुमार गर्ग का कहना है कि अब बुखार के जो भी मरीज आ रहे हैं, उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद इमरजेंसी से इनडोर वार्डों में शिफ्ट किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने बुखार से बचाव के लिए कई कदम उठाए हैं और मरीजों को तत्काल उपचार मुहैया कराया जा रहा है।
बुखार से दो महिलाओं और एक बच्चे की मौत
बुखार का कहर इतना भयावह है कि इससे जिले में कई लोगों की जान जा चुकी है। बुखार से दो वर्षीय बालक की मौत हो गई है। वहीं उच्च रक्तचाप और अटैक से दो महिलाओं ने भी दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग इन मौतों की गंभीरता से जांच कर रहा है।