यूपी के इस शहर में महिला सुरक्षा पर सवाल, हर तीसरे दिन होती है किसी बच्ची या युवती की इज्जत तार-तार

in Agra Mandal14 days ago

आगरा 2 सितंबर : (डेस्क) उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा पर सबसे अधिक जोर दिया हुआ है। इसके बाद भी आगरा महिलाओं के लिए मुफीद साबित नहीं हो रहा है। यहां हर तीसरे दिन एक महिला से दुष्कर्म की घटना हो रही है।

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मिशन शक्ति अभियान: आगरा में महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रयास
आगरा कमिश्नरेट ने महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर मिशन शक्ति अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य है कि महिलाएं और लड़कियां अपने साथ होने वाले किसी भी प्रकार के अपराध के संबंध में चुप ना रहें और पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराएं। इसके तहत स्कूल-कॉलेजों में छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है और गली-मोहल्लों से लेकर गांवों में टीमें जा रही हैं।

हालांकि, इस अभियान के बावजूद बच्चियों, युवतियों और महिलाओं से दरिंदगी के मामलों में कमी नहीं आ रही है। पिछले 7 महीने की बात करें तो हर तीसरे दिन एक महिला दुष्कर्म की वारदात हो रही है और छेड़छाड़ की घटनाओं में भी कोई कमी नहीं है, जहां हर दूसरे दिन एक पीड़िता सामने आ रही है।

पुलिस ने इन मामलों में केस दर्ज कर आरोपियों को जेल भी भेजा है, लेकिन फिर भी महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने में असफल रही है।

मिशन शक्ति अभियान की पहल
मिशन शक्ति अभियान के तहत आगरा पुलिस कमिश्नरेट के थाना कोतवाली द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें महिलाओं और बच्चियों को अपने अधिकारों और सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

इस अभियान का चौथा चरण शनिवार सुबह आगरा से शुरू हुआ, जिसमें पुलिस लाइन परेड मैदान पर रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजावट की गई। इस दौरान महिला पुलिस अधिकारियों ने छात्राओं को सुरक्षा के उपायों और अपने अधिकारों के बारे में जानकारी दी।

महिलाओं के खिलाफ अपराध पर नियंत्रण
आगरा कमिश्नरेट में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए गए हैं। पुलिस ने इन मामलों में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेजा है।

इसके अलावा, पुलिस ने महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षित महसूस कराने के लिए गली-मोहल्लों और गांवों में टीमें भेजी हैं, जो महिलाओं और बच्चियों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनती हैं और उन्हें सुरक्षा के उपायों के बारे में जानकारी देती हैं।

चुप्पी तोड़ो, खुलकर बोलो कार्यक्रम
मिशन शक्ति अभियान के तहत आगरा में 'चुप्पी तोड़ो, खुलकर बोलो' कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं और बच्चियों को अपने साथ होने वाले अपराधों के बारे में बोलने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

इस कार्यक्रम में महिला पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं और बच्चियों को अपने अधिकारों और सुरक्षा के उपायों के बारे में जानकारी दी और उन्हें अपने साथ होने वाले अपराधों के बारे में बोलने के लिए प्रेरित किया।

निष्कर्ष
मिशन शक्ति अभियान महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए एक अच्छी पहल है, लेकिन इसके बावजूद आगरा में महिलाओं के खिलाफ अपराध में कमी नहीं आई है। पुलिस को महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर और कड़े कदम उठाने की जरूरत है और इस दिशा में अभियान को और प्रभावी बनाने पर ध्यान देना चाहिए।