मेरा सब कुछ लुट गया...गोद में खून से लथपथ मासूम की लाश, सुबक रहा था मुश्ताक; फट रही थी छाती

in Agra Mandal9 days ago

आगरा 7 सितंबर : (डेस्क) मुश्ताक ने जिन बच्चों को गोद में खिलाया, उनकी खून से लथपथ लाश गोद में थी। वो सुबक रहा था। होंठ उसका साथ नहीं दे रहे थे। बस बोल रहा था कि मेरा तो सबकुछ लुट गया। कभी छाती से लगाता तो कभी चूमता।

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दुखद घटना में, एक पिता अनीश ने अपने मासूम बच्चों के शवों को गोद में लेकर गहरी वेदना व्यक्त की। उनके शव खून से लथपथ थे, और अनीश के कांपते हाथों ने जब कभी कफन हटाया, तो वह अपने बच्चों के चेहरे को देखकर भावुक हो गए। उन्होंने बार-बार अपने बच्चों के माथे को चूमा, जैसे कि वह उन्हें अंतिम विदाई दे रहे हों।

अनीश ने अपने दिल की गहराइयों से दहाड़ते हुए कहा कि वह कैसे सब्र कर सकते हैं, क्योंकि उनके लिए यह सब कुछ लुट गया है। उनकी आवाज में एक गहरी पीड़ा थी, जो इस बात को दर्शाती थी कि एक पिता के लिए अपने बच्चों को खोना कितना कठिन होता है।

वह बार-बार अल्लाह से शिकायत कर रहे थे, "हाय अल्लाह, तुझे इन बच्चों पर भी रहम न आया।" इस तरह की बातें सुनकर वहां मौजूद लोगों की आँखों में आंसू आ गए। यह दृश्य न केवल अनीश के लिए, बल्कि सभी के लिए दिल दहला देने वाला था।

इस घटना ने समाज में एक गहरी छाप छोड़ी है, जहां बच्चे हमेशा से सबसे निर्दोष और प्यारे होते हैं। अनीश की पीड़ा ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि हमें अपने बच्चों की सुरक्षा और भलाई के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।

अंत में, यह घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना अनिश्चित है और हमें अपने प्रियजनों के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए। परिवार और समाज को एकजुट होकर ऐसे दुखद क्षणों का सामना करना चाहिए और एक-दूसरे का सहारा बनना चाहिए।