शहर से देहात तक 185 मकान गिरे, एक की मौत... नुकसान का हो रहा सर्वे; दिया जाएगा मुआवजा
आगरा 14 सितंबर : (डेस्क) आगरा में बारिश ने जमकर कहर बरपाया। शहर से लेकर देहात तक 185 मकान गिर गए, जिसमें 120 पक्के और 65 कच्चे मकान शामिल हैं। एक युवक की मौत हुई है, वहीं चार लोग घायल हुए हैं।
आगरा में हाल ही में हुई मूसलधार बारिश ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक तबाही मचाई है। पिछले 36 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण 185 मकान गिर गए, जिनमें 120 पक्के और 65 कच्चे मकान शामिल हैं। इस आपदा के चलते एक युवक की मौत हो गई और चार लोग घायल हुए हैं।
बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे कई इलाकों में पेड़ गिरने और सड़कें बाधित होने की घटनाएं भी सामने आई हैं। स्थानीय प्रशासन ने जर्जर इमारतों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है ताकि प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा उपाय किए जा सकें।
आगरा के विभिन्न क्षेत्रों में, जैसे पीपल मंडी, काला महल और दरेसी, कई मकान गिरने की खबरें आई हैं। इसके अलावा, छावनी क्षेत्र में एक स्कूल की छत और एक मकान की सीढ़ी भी गिर गई, जिससे वहां रहने वाले लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है।
विभिन्न स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात भी बन गए हैं, जिससे लोगों को अपने घरों से evacuate करने की आवश्यकता पड़ सकती है। कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण चंबल नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे 40 गांवों को डूबने का खतरा है।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग की है। इस प्राकृतिक आपदा ने आगरा के लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है, और अब सभी की नजरें राहत कार्यों और पुनर्निर्माण पर हैं।