आगरा में 1200 औद्योगिक इकाइयों पर संकट, देने होंगे 50 साल पुराने रिकॉर्ड...नहीं तो आवंटन होंगे निरस्त
आगरा 6 सितंबर : (डेस्क) औद्योगिक क्षेत्र में चल रहीं करीब 1200 औद्योगिक इकाइयों के संचालन पर संकट खड़ा हो गया है। यूपीसीडा इन औद्योगिक इकाइयों के स्वामियों से 50 साल पुराने रिकॉर्ड मांगे हैं। इससे व्यापारी चिंतित हैं।
आगरा के फाउंड्री नगर और सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 1200 औद्योगिक इकाइयों के संचालन पर संकट मंडरा रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने भूखंड स्वामियों को 40-50 साल पुराने रिकॉर्ड पेश करने का निर्देश दिया है। यदि स्वामियों ने ऐसा नहीं किया, तो उनके भूखंडों के आवंटन को निरस्त किया जा सकता है।
यह कदम औद्योगिक इकाइयों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि इससे उनके संचालन में बाधा आ सकती है। फाउंड्री नगर और सिकंदरा क्षेत्र में कई उद्योग जैसे हस्तशिल्प, जरदोजी और एक्सपोर्ट से संबंधित कार्य होते हैं, जो हजारों लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।
महापौर नवीन जैन ने बताया कि नगर निगम औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान के लिए उद्योग सखा पहल शुरू कर रहा है। इस पहल के तहत उद्यमी अपनी समस्याओं को नगर निगम के अधिकारियों के सामने रख सकेंगे।
यूपीसीडा ने यह भी कहा है कि औद्योगिक क्षेत्रों के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिनमें सड़क और जल निकासी की व्यवस्था को सुधारने पर ध्यान दिया जाएगा।
इस स्थिति में सुधार के लिए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है, ताकि आगरा के औद्योगिक क्षेत्र की स्थिरता और विकास सुनिश्चित किया जा सके।