परेशानी बारिश से ग्रामीण क्षेत्र की कच्ची सड़कें कीचड़ में तब्दील,राह इतनी खराब पैदल चलना मुश्किल

in #weather2 years ago

बैरो से गांव तक का सफर हुआ कीचड़ भरा

बांजाकुडी गांव में बारिश का मौसम है और ऐसे में कच्चे मार्ग कीचड़ से लथपथ होने लगे हैं। कीचड़ से भरे मार्गों से होकर गुजरना ग्रामीणों व बैरो पर निवास करने वालों के लिए कठिन हो गया है। अधिक बारिश होने पर तो कीचड़ से भरे मार्गों से आवाजाही प्रभावित हो जाती है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में अब सड़कों का निर्माण हो रहा है, लेकिन कई गांव अब भी विकास की धारा से कटे हुए हैं। यहां के लोगों को वर्षभर ही कच्चे, उबड़-खाबड़ मार्ग से होकर गुजरना पड़ रहा है वहीं इन दिनों बांजाकुडी गांव के मालपुरा रोड नवोडा, किरायाली,ज्वालो का बेरा सहित 8 से 9 बैरो पर निवास करने वाले लोगों का हाल ए बेहाल हो रखा है बैरो से गांव तक का सफर कीचड़ में करना पड़ रहा है वही बांजाकुडी में बारिश में बेरो पर आने जाने वाले मार्ग मार्ग कीचड़ से लथपथ हो रहा है इस बैरो पर स्कूली बच्चे कार्य करने वाले युवा बुजुर्ग सहित मार्ग से सैकड़ों लोगों का आनाजाना होता है और अधिक बारिश होने पर घुटनों घुटनों तक पानी और कीचड़ में बच्चे युवा बुजुर्ग व वाहन चालक मोटरसाइकल ट्रैक्टर भी निकालना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। कई बार ट्रैक्टर भी कीचड़ में फंस जाते हैं
ग्रामीणों ने बैरो के मार्ग को कीचड़ हटा कर किया था तैयार
बांजाकुडी गांव के किरायाली बैरे पर रहने वाले ग्रामीणों ने गुरुवार को कीचड़ भरे रास्ते से कीचड़ हटाने की कोशिश की वही रास्ते साफ़ किया जिससे बच्चे बुजुर्ग युवा गांव तक आराम से आ जा सके
ग्रामीणों ने बताया:–
नेता चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करके निकल जाते हैं चुनाव जीतने के बाद वादे भी भूल जाते और पीछे मुड़कर ग्रामीणों की तरफ देखते भी नहीं है चुनाव के समय उन्हें भरोसा दिलाया जाता है कि चुनाव के बाद सड़क जरूर बन जाएगी, लेकिन बाद में सब भूल जाते है। कीचड़ भरे रास्ते से आवागमन आसान नहीं है वहीं जरूरत पड़ने पर आपातकालीन वाहन भी बैरो तक नहीं पहुंच पाते हैं, जिससे कई बार गंभीर बीमारों व प्रसूताओं के सामने समस्या खड़ी हो जाती है। वही ग्रामीणों ने शीघ्र सड़क का निर्माण न कराने पर अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है
ग्रामीण शंकर लाल कुमावत ने बताया:–
मेरी दुकान बांजाकुडी गांव में है और मैं बैरे पर निवास करता हूं जब दुकान निकलता हूं तो राम का नाम लेते हुए कीचड़ भरा रास्ता पार करना पड़ता है वहीं कई बुजुर्गों को कीचड़ भरा सफर तय करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है
स्कूली बच्चों ने बताया:–
विद्यालय में पढ़ने वाले स्कूल के बच्चों ने की हमारी स्कूल गांव में है बैरे से गांव में पढ़ने के लिए लगभग 20 स्कूली बच्चे विद्यालय जाते हैं कई बार भारी बारिश होने से कीचड़ भरा सफर तय करने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है अगर ध्यान से नहीं चलते हैं तो फिसल कर कीचड़ में गिर जाते हैं जिससे हमारा बैग किताबें कपड़े कीचड़ से भर जाते हैं बड़ी मुश्किलों से सफर तय कर स्कूल जाते हैं–/IMG-20220825-WA0153.jpg

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