आईएमडी की 150 वीं वर्षगांठ में मौसम मोबाईल एप्लीकेशन लॉच

in #weather8 months ago

008.jpeg

  • आईएमडी की 150 वीं वर्षगांठ में मौसम मोबाईल एप्लीकेशन लॉच
  • एप्लीकेशन से मिलेगी मौसम व जलवायु की जानकारी
  • मौसम कार्यालय मंडला में आयोजित हुई प्रदर्शनी

मंडला. भारत मौसम विज्ञान विभाग मौसम विज्ञान में 150 वर्षों की सेवा को पूर्ण करते हुए गर्व महसूस कर रहा है। 15 जनवरी सन 1875 में स्थापना के साथ भारत मौसम विज्ञान विभाग राष्ट्र को सटीक मौसम पूर्वानुमान, चेतावनियां और जलवायु जानकारी प्रदान करता आया है। जिसके अंतर्गत सोमवार को मौसम कार्यालय मंडला में कार्यक्रम आयोजित किया गया। 150 वीं वर्षगांठ का कार्यक्रम जोर शोर से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम के उद्घाटन का लाइव स्ट्रीमिंग मौसम कार्यालय मंडला में की गई। जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा मौसम मुख्यालय नई दिल्ली में प्रात: 11 बजे कार्यक्रम का शुभारम्भ किया एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री किरन रिजीजू द्वारा उद्बोधन दिया गया। मौसम कार्यालय मंडला में डॉ आरपी अहिरवार वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र मंडला मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथि मनोज हजारिया कार्यालय अधीक्षक इंकम टैक्स ऑफिस मंडला एवं देवेन्द्र ज्योतिषी सेवानिवृत प्रधानाचार्य उपस्थित रहें।

009.jpeg

भारत मौसम विज्ञान विभाग के 150 वीं वर्षगांठ पर मौसम कार्यालय द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी, आम जन एवं किसान बंधुओं द्वारा किया गया एवं विभिन्न उपकरणों की जानकारी प्राप्त की गई। कृषि संबधित मौसम पूर्वानुमान एवं चेतावनी के लिए मेघदूत एप के बारे में अवगत कराया गया।

0010.jpeg

  • 12 भारतीय भाषाओं में मिलेगी जानकारी :
    इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री किरन रिजीजू, एम रविचंद्रन, सचिव पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और डॉ. एम महापात्र, महानिदेशक भारत मौसम विज्ञान विभाग, नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप से जनसाधारण एवं कृषक भाइयो के लिए मौसम मोबाइल एप्लीकेशन लॉच किया गया जो की 12 भारतीय स्थानीय भाषाओ में अगले 05 दिन के मौसम एवं जलवायु सेवाये किसी भी स्थान के लिए उपलब्ध कराएगा।

  • तकनीकी विकास पर की चर्चा :
    इसी क्रम में मौसम कार्यालय मंडला से सुमित परौहा, मौसम विज्ञानी ने आगंतुकों को मौसम कार्यालय मंडला की उपलब्धियों के बारे में बताने के साथ मौसम सेवाओं के विषय में अवगत कराया। इसके साथ ही आदित्य बिसेन, वैज्ञानिक सहायक ने मौसम विज्ञान के आगामी वर्षों में होने वाले तकनीकी विकास पर चर्चा की। जिसमें जीआईएस एवं आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को जन कल्याणकारी मौसम सेवाओं में कैसे उपयोग किया जा सकता है।

Mosam.jpg