92 सेमी ऊपर पहुंची घाघरा नदी

गोंडा 16 सितंबर : (डेस्क) गोंडा जिले में घाघरा नदी के तेजी से बढ़ते जलस्तर ने कई गांवों को जलमग्न कर दिया।करीब एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घरों में प्रवेश कर गया।

1000057213.jpg

गोंडा जिले में घाघरा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि के कारण कई गांव जलमग्न हो गए हैं। हालात गंभीर होते जा रहे हैं, जिससे जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 67 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है, जबकि सरयू नदी भी 12 सेंटीमीटर ऊपर है।

नेपाल में हो रही लगातार बारिश और बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार, घाघरा नदी में प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है। इससे प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी है, जिसमें 42 नावों की व्यवस्था की गई है ताकि बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

करनैलगंज और तरबगंज तहसील के करीब एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घरों में प्रवेश कर चुका है, जिससे लगभग 10,000 लोगों की आबादी प्रभावित हुई है। स्थानीय प्रशासन ने राहत सामग्री और राशन का वितरण शुरू कर दिया है।

जिला प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति की निगरानी के लिए एसडीआरएफ और फ्लड यूनिट की टीमों को तैनात किया है। अधिकारी लगातार नदी के जलस्तर और तटबंधों की स्थिति की ड्रोन कैमरे से निगरानी कर रहे हैं।

इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ितों के लिए 1.91 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है, जिससे प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

गोंडा जिले में बाढ़ की स्थिति ने स्थानीय निवासियों के लिए कई चुनौतियाँ उत्पन्न कर दी हैं। प्रशासन की कोशिश है कि सभी प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जाए।