Janakpuri Mahotsav : आगरा में दयालबाग में सजेगी ऐतिहासिक जनकपुरी, दो साल बाद हो रहा आयोजन

कोरोना के कारण 2020 और 21 में उत्तर भारत की ऐतिहासिक राम बरात और जनकपुरी का आयोजन नहीं हुआ। दो साल बाद सज रही जनकपुरी महोत्सव के लिए दयालबाग को चुना गया है।

आगरा में दो साल बाद ऐतिहासिक जनकपुरी महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इस बार दयालबाग में जनकपुरी सजेगी। इसकी घोषणा होते ही दयालबाग के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। दयालबाग के लोगों ने जनकपुरी महोत्सव के लिए पूरे सहयोग का आश्वासन भी दिया और कहा कि इस बार जनकपुरी और भी ज्यादा भव्य तरीके से सजाई जाएगी।

कोरोना संक्रमण के कारण 2020-21 में उत्तर भारत की ऐतिहासिक राम बरात और जनकपुरी का आयोजन नहीं हुआ था। दो साल बाद सज रही जनकपुरी महोत्सव के लिए दयालबाग को चुना गया है। मंच की थीम से लेकर आयोजन भी भव्य होंगे। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल जनकपुरी आयोजन स्थल की घोषणा की।
जनकपुरी को लेकर लोगों में उत्साह
मंगलवार को श्रीराम हनुमान मंदिर पर श्री रामलीला कमेटी ने प्रेस वार्ता की। वार्ता में कमेटी के अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि इस बार जनकपुरी दयालबाग में सजाई जाएगी। जनकपुरी महोत्सव को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। दयालबाग क्षेत्र में आठ साल बाद जनकपुरी सजाई जाएगी।
janakpuri-mahotsav_1658859292.jpeg
55 साल पहले मिली थी भव्यता
जनकपुरी को भव्यता 55 साल पहले तब मिली, जब 1964 में पुराने शहर की गलियों, मोहल्लों से निकलकर जनकपुरी का आयोजन लोहामंडी, नौबस्ता में पहुंचा। तब नौबस्ता से लेकर लोहामंडी तक सजावट और फूलों की वर्षा ने जनकपुरी के आयोजन को भव्य बना दिया था।

वर्ष 1964 से पहले जनकपुरी महोत्सव साधारण तरीके से विवाह विधि विधान और विदाई रावतपाड़ा, बारह भाई गली, बेलनगंज, छत्ता बाजार, दरेसी, किनारी बाजार, सेठ गली समेत पुराने शहर के गली मोहल्लों में ही पूरी होती थी, लेकिन 1964 में नौबस्ता लोहामंडी से जनकपुरी को भव्य रूप देने की शुरुआत हुई थी।