तीन गांव तबाह, 45 बाढ़ से घिरे, जीवन हुआ कठिन

बाराबंकी 17 सितम्बरः (डेस्क)बाराबंकी में सरयू नदी की बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। हालात यह हैं कि अब तक तीन गांव पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं, जबकि दो अन्य गांवों में स्थित सरकारी स्कूल भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस संकट के कारण तीन तहसीलों के 45 गांवों में रहने वाली लगभग 30,000 की आबादी गंभीर समस्याओं का सामना कर रही है।

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सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बेलहरी गांव के 42 घर बह चुके हैं। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है और प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। बाढ़ कार्य खंड के मुख्य अधिशासी अभियंता शशिकांत सिंह ने बताया कि नदी के आसपास सभी गांव बाढ़ की चपेट में हैं और उन्हें खाली कराया जा रहा है।

सरयू नदी के उफान का मुख्य कारण नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश है, जिससे शारदा और गिरजा बैराजों से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। रामनगर और सिरौलीगौसपुर तहसील के 20 से अधिक गांव जलमग्न हो चुके हैं।

बेलहरी गांव में कटान तेज होने के कारण कई घर नदी में समा गए हैं, जिससे लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जाने को मजबूर हैं। इस दौरान, कुछ लोग अपनी गृहस्थी बचाने के लिए अपने मकान तोड़ने पर भी मजबूर हो गए हैं।

सरकारी स्कूलों के बह जाने से बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ा है, और कई परिवारों को राहत शिविरों में भेजा गया है। प्रशासनिक टीमें माइक लेकर गांवों में जाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रही हैं।

इस बाढ़ ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि फसलें भी बर्बाद हो गई हैं। लोग भूख और पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। इस स्थिति में, स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है, लेकिन बाढ़ का विकराल रूप चुनौती बना हुआ है।

सरयू नदी की कटान और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, और सरकार द्वारा राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं ताकि लोगों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके।