थाने के मुख्य द्वार पर विधायक ने दिया धरना

in #vidhayak2 years ago

IMG_20220418_122017.jpg
प्रशासन ने दिया भरोसा जांच कर वापस लेंगे किसानों पर दर्ज मामला

एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत आमाडाड खुली खदान में किसानों ने 2 माह से क्रमिक भूख हड़ताल जारी रखा है, कॉलरी प्रबंधन ने शिकायत दर्ज कराया था कि किसानों के द्वारा उत्पादन कार्य में बाधा पहुंचाई जा रही है जिस पर रामनगर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत 7 किसानों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था हालांकि किसानों ने भी कॉलरी प्रबंधन के विरुद्ध शिकायत थाने पर दर्ज कराई थी लेकिन किसानों की शिकायत पर मुकदमा कायम नहीं किया गया था, इसी बात को लेकर शनिवार को विधायक सुनील सराफ ने थाने का घेराव किया !
7 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कॉन्ग्रेस विधायक सुनील सराफ ने किसानों के विरुद्ध दर्ज मामले पर खात्मा लगाने व किसानों की शिकायत पर कालरी प्रबंधन के विरुद्ध मामला दर्ज करने का ज्ञापन सौंपा था लेकिन 7 दिनों के बाद भी प्रशासन ने ना तो खात्मा लगाया ना ही कॉलरी प्रबंधन के विरुद्ध कोई मामला दर्ज किया जिसे लेकर कोतमा विधानसभा के विधायक , मनेंद्रगढ़ के विधायक वह राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त डॉ विनय जायसवाल सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता व किसान थाने का घेराव करने पहुंचे इस दौरान पुलिस वह प्रशासन भी मुस्तैद रही !
मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विजय जायसवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में मामा शिवराज सिंह कि सरकार अब दलालों की सरकार हो गई है शिवराज सिंह चौहान ने दलाली कर विधायकों को खरीदा अब इसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है किसानों के विरुद्ध फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हैं, अपने चहेते ठेकेदार दिलीप बिल्डकॉन को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है ऐसा बिल्कुल हम नहीं होने देंगे 1-1 कांग्रेस का कार्यकर्ता किसानों के साथ है किसानों की लड़ाई अब कांग्रेस लड़ेगी चाहे इसके लिए कांग्रेस को जेल जाना क्यों ना पड़े विधायक ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में किसानों के लिए एक से एक योजनाएं संचालित है, वहां पर किसान खुश है लेकिन मध्यप्रदेश में किसानों का शोषण किया जा रहा है ! ज्ञापन देने के दौरान कोतमा विधायक सुनील सराफ ने कहा कि दिलीप बिल्डकॉन तो मात्र एक चेहरा है असल में या ठेका मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का है इसलिए किसानों की इन्हें फिक्र नहीं है जिस दिन सड़क जाम लगाया गया था उस दिन वहां मैं भी मौजूद था लेकिन मेरे विरुद्ध मामला प्रशासन ने क्यों दर्ज नहीं किया क्योंकि मैं डरने वाला नहीं किसानों को डराने का काम शिवराज सिंह चौहान पुलिस से करा रही है,पुलिस भी भाजपा सरकार की गुलामी करते हुए किसानों के विरुद्ध फर्जी मुकदमे दर्ज कर रही है लेकिन इन्हें यह पता नहीं कांग्रेस किसानों के साथ है उसके लिए कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे वर्ष 2004 में संचालित खुली खदान से कोयला तो निकाला गया लेकिन यहां आज भी किसान अपने मुआवजा और नौकरी के लिए दर-दर भटकने को तैयार हैं भाजपा कि सरकार किसानों का शोषण कर रही है, यह सब कांग्रेस से नहीं देखा जाएगा इसलिए प्रशासन किसानों के विरुद्ध दर्ज मामले को वापस ले वह किसानों के शिकायत पर कॉलरी प्रबंधन के विरुद्ध भी मामला दर्ज करें अगर ऐसा नहीं होगा तो हम दिल्ली में जाकर किसानों के साथ धरना देंगे !
कोतमा एसडीएम, एसडीओपी, तहसील दार थाना प्रभारी व कई थानों के बल मौके पर मौजूद रहे थाना घेरने के लिए सैकड़ों की तादात पर किसान व कांग्रेस के कार्यकर्ता थाने की ओर बढ़े थाने के गेट को पहले से ही बंद कर दिया गया, राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया कोतमा एसडीओपी शिवेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा आश्वासन दिया गया कि किसानों के विरुद्ध दर्ज किए गए मामले की जांच जल्द से जल्द की जाएगी झूठी जांच पर खात्मा लगाया जाएगा और किसानों के द्वारा कालरी प्रबंधन के विरुद्ध किए गए शिकायत की भी जांच की जाएगी अगर उसमें प्रबंधन दोषी होता है तो उनके विरुद्ध भी मामला दर्ज किया जाएगा तब जाकर धरने को खत्म किया गया !