वर्षों से सड़क की हालत जर्जर, प्रशासन या जनप्रतिनिधियों ने नहीं दिया ध्यान

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संतकबीरनगर :केंद्र एवं राज्य सरकार भले ही ग्रामीण सड़कों को मुख्य सड़क से जोड़ने की ढिढोंरा पीटती हो किंतु जमीनी सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। धनघटा तहसील के चवरिया से फिरोज पट्टी होते हुए गोरेयाघाट मार्ग सड़क आज इतनी जर्जर है की पैदल चलना भी लोगों का मुश्किल है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी कई सवालों को जन्म दे रही है आखिर क्या मामला है कि वे इन सड़कों के उपर ध्यान नहीं दे रहे हैं।आज सड़क पैदल चलने लायक नहीं है। ये तीन गांवों की मुख्य ग्रामीण सड़क करीब दो हजार लोगो की आबादी वाले लोगों को हर दिन भगवान का नाम लेकर चलना पड़ता है। इसे बनाने को लेकर सरकारी अफसरों एवं जनप्रतिनिधियों ने कोई दिलचस्पी नहीं ली जिस कारण गांव वाले नेता अफसर के नाम से चिढ़ते हैं। सांसद द्वारा सड़क बनाने की दिशा में कोई दिलचस्पी नहीं लिया जिससे लोगों में रोष व्याप्त है। यहां के लोग सांसद के नाम से ही बिफर पड़ते हैं। ग्रामीणों का कहना है की सड़क बनाने के लिए पांच बार आवेदन दिए आज तक कुछ नहीं हुआ। अब क्या उम्मीद करें?

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