डीएम के निर्देश पर अवैध कब्जेदारों का हुआ चिन्हांकन

in #uttar2 years ago (edited)

उन्नाव: बीघापुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरासर में तीसरे दिन भी राजस्व टीम सुरक्षित भूमि की पैमाइश करती रही। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी समेत प्रदेश के आला अधिकारियों से की थी। जिसपर डीएम के निर्देश पर गत दो दिनों से उक्त भूमि की पैमाइश नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में हो रही है। गाटा संख्या 1 से 28 तक पड़ताल में लगभग एक दर्जन व्यक्ति ऐसे चिन्हित हुए है जो सरकारी भूमि पर अवैध रूप से फसल बो रखी थी। पड़ताल में कुछ ऐसे नाम भी उजागर हो रहे है। जो जनप्रतिनिधि रहे है अथवा है। उनके द्वारा भी बड़े पैमाने पर इस बंजर भूमि मे फसल बोई गयी है।
बताते चलें कि ग्राम पंचायत पिपरासर में सुरक्षित भूमि पर लगभग 70 बीघे भूमि पर दबंगों ने गेहूं की फसल बो रखी है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने 8 मार्च को जिलाधिकारी से की थी किंतु इलाकाई लेखपाल की सांठगांठ के चलते कब्जा की गई भूमि की पैमाइश नहीं हो पा रही थी। शनिवार को जिलाधिकारी से ग्रामीणों ने फोन पर एक बार फिर शिकायत की डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मौके पर जाकर पड़ताल करने के निर्देश उप जिलाधिकारी बीघापुर को दिए थे। तब जाकर राजस्व अमला हरकत में आया और मौके पर जाकर पडताल शुरू की। उधर शिकायत कर्ताओं का आरोप है कि जांच को प्रभावित किया जा रहा है क्योंकि जिस लेखपाल पर मिलीभगत का आरोप है वही लेखपाल इस टीम में शामिल है । बोई गयी फसल को लेकर अभी तहसील अमला यह नहीं तय कर पाया है कि फसल की नीलामी होगी अथवा किसी अन्य तरीके से फसल का मूल्यांकन होगा। तीसरे दिन भी पड़ताल करने पहुचे राजस्व कर्मी भरी दोपहरी में पसीना बहाते दिखे। उधर नायब तहसीलदार ने बताया कि कब्जे वाली भूमि की पैमाइश होने के बाद यह निर्णय लिया जायेगा कि फसल को नीलाम किया जायेगा अथवा किसी अन्य तरीके से उपज को बेचा जायेगा। राजस्व विभाग की माने तो लगभग 30 बीघे में अवैध कब्जे का चिन्हांकन हो चुका है। शेष में जारी है।