जिले में 75 समितियां, 33 पर ही बांटी गई खाद

in #urvarak2 years ago

जनपद में अधिकतर सहकारी समितियों पर पसरा है सन्नाटा, खाद के लिए समितियों पर किसानों के बीच हो रही मारामारी

जिले में 75 समितियां, 33 पर ही बांटी गई खाद

जिले में 75 समितियां, 33 पर ही बांटी गई खाद
बघौली पर तीन दिन से खाद न होने से बंद पड़ा शटर।
जिले में 75 समितियां, 33 पर ही बांटी गई खाद
जिले की सक्रिय 75 समितियों पर खाद भेजी गई है। इसके बाद जो समितियां बैंक में धन जमा करेंगी उन्हें खाद दी जाएगी।

हरिप्रसाद, एआर कोआपरेटिव

अक्टूबर नवम्बर में 5071 एमटी डीएपी का वितरण हो चुका है। जल्द ही 1800 एमटी डीएपी जिले में आएगी। डीएम प्रेम रंजन सिंह ने जिले के लिए दो रैक डीएपी उपलब्ध कराने के लिए शासन को पत्र भेजा है।

पीसी विश्वकर्मा, जिला कृषि अधिकारी

संतकबीरनगर, । जनपद में डीएपी खाद को लेकर किसानों की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार महज आठ समितियों पर ही खाद उपलब्ध नहीं है। 75 समितियों पर खाद उपलब्ध होने का दावा है। लेकिन वास्तविक स्थिति कुछ और ही है।

जिले का लक्ष्य 8500 मीट्रिक टन निर्धारित है। सोमवार को 33 समितियों पर 350 एमटी खाद का वितरण किया गया। हिन्दुस्तान की पड़ताल में ज्यादातर समितियों पर खाद की उपलब्धता बहुत कम दिखी है। कई समितियों पर ताला लटका रहा। वहीं पिछले वर्ष की तुलना में अभी तक खाद भी कम मिली है। पिछले वर्ष नवंबर में 5100 एमटी डीएपी की खपत हुई थी, जबकि इस वर्ष अभी तक 3290 एमटी ही खाद मिली है। ऐसे में किसान अभी और खाद आने के इंतजार में हैं। अक्टूबर व नवम्बर में 4672 एमटी का वितरण हो चुका है।

पीसीएफ के गोदाम में है आठ हजार बोरी डीएपी

पीसीएफ के गोदाम में आठ हजार बोरी डीएपी रखी गई है। समितियों पर खाद वितरण के बाद सचिव धनराशि जमा कर गोदाम में रखी खाद प्राप्त कर सकते हैं। जिम्मेदारों की माने तो गोदाम से खाद जल्द ही सभी समितियों पर पहुंच जाएगी।

समिति रजनौली पर किसानों का हंगामा

सोमवार को सहकारी समिति रजनौली (डिहवा बाजार) पर भोर से ही क्षेत्रीय किसानों का जमावड़ा लग गया। धनघटा तहसील के नायब तहसीलदार सुबह दस बजे साधन सहकारी समिति रजनौली पर पहुंचे। इसके बाद खाद का वितरण शुरू हुआ। खाद का वितरण चल ही रहा था कि तभी एक किसान से सचिव भिड़ गए और दोनों लोगों में कहासुनी शुरू हो गई। कुछ किसानों ने सचिव पर मनमानी तरीके से खाद का वितरण का आरोप लगाया।

खाद के लिए भटकते रहे किसान

समितियों पर सोमवार को डाई व यूरिया दोनों नदारद रही, जिसके कारण किसान परेशान रहे। रबी की बुवाई का समय चल रहा है। ऐसे में किसानों को प्राइवेट दुकानों से महंगे दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है। क्षेत्र के साधन सहकारी समिति ढोंढ़या, तिलाठी, हरदी, भगवानपुर समेत अन्य समितियों पर खाद नदारद रही। इस बारे में भगवानपुर के सचिव ने बताया कि डाई खाद कल तक समिति पर पहुंचने की सम्भावना है।

समितियों पर फिर डीएपी का संकट

सोमवार को मेंहदावल ब्लाक के साधन सहकारी समितियों पर डीएपी न होने से किसानों की परेशानियां बढ़ गईं। किसान डीएपी को लेकर एक समिति से दूसरे समिति का चक्कर काट रहे हैं। सचिव राम प्रसाद मौर्य ने बताया कि पश्चिम टोला, नन्दौर व भिटिया समिति पर अब तक लगभग 110 टन खाद बांटी जा चुकी है वहीं गगनई व बिसौवा के सचिव धर्मेन्द्र ने बताया कि दोनों समितियों पर 80 टन खाद किसानों में वितरित की जा चुकी है।

तीस प्रतिशत किसानों को भी नहीं मिली डीएपी

नाथनगर ब्लॉक क्षेत्र में साधन सहकारी समितियों पर शनिवार दोपहर बाद से ही डीएपी खत्म हो गई। खाद लेने के लिए लाइन में खड़े किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा। सोमवार को साधन सहकारी समिति गालिमपुर, महुली-छितही व हरपुर-लुतुही पर सन्नाटा दिखा। इन केंद्रों पर दो-दो सौ बोरी तथा लुतुही में 240 बोरी खाद पहुंची थी। लेकिन शनिवार दोपहर बाद खाद खत्म हो गई। आंकड़ा देखा जाए तो लगभग तीस प्रतिशत खाद नहीं पहुंची।

तीन दिन पूर्व बंटी खाद समिति पर लटका ताला

साधन सहकारी समिति बघौली पर तीन दिन पूर्व में वितरण किया गया। उसके बाद किसान खाद के लिए भटक रहे हैं। क्षेत्र के झिनकू, संतोष, राम मिलन सहित तमाम किसानों का कहना है कि खाद लेने के लिए समिति पर सुबह ही आए थे, लेकिन कब खुलता है पता नहीं चलता है। वहीं कई लोगों का कहना था कि तीन दिन पूर्व में खाद का वितरण किया गया है। उसके बाद से ही ताला लटका हुआ है। जिससे क्षेत्र के किसानों में आक्रोश व्याप्त है।