आस्था में डूबी युवती ने अस्पताल में लगवाई कान्हा की मूर्ति को कुत्ता काटने की वैक्सीन

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चकरनगर/इटावा। भरथना के जवाहर रोड स्थित सजंय वर्मा सर्राफ की दुकान पर अपने ठाकुर जी महाराज “कान्हा” की प्रतिमा के लिए चांदी की करधनी लेने पहुँची एक युवती के साथ एक पालकी में कान्हा की मूर्ति देख मौजूद ग्राहक सहित सर्राफ सजंय वर्मा उस समय आश्चर्य चकित हो गये जब युवती ने दोपहर होने के कारण पंखे की हवा देख कर पालकी में रखी कान्हा की मूर्ति को निकाल कर उनका विस्तर लगाकर डेंगू आदि मच्छरों से बचाने के लिए मच्छरदानी लगा कर कुछ देर के लिए अपने कान्हा को हवा में सुला दिया।
आपको बतादें जनपद औरैया के ग्राम नगला हरचन्दी का पुरवा रामगढ़ की निवासिनी कुमारी सिरिया उर्फ विमलेश पुत्री राम रतन शिव भक्त थीं वे प्रत्येक सोमवार को व्रत रख कर भगवान भोले नाथ को जल चढ़कर रात्रि भोजन करती थीं,उन्हें बीते छह माह पूर्व एकाएक श्रीकृष्ण “कान्हा” के प्रति आस्था जाग गई और उन्होंने कान्हा जी की एक पीतल की मूर्ति खरीद कर उनकी सेवा पूजा अर्चन करने के साथ हमेशा उन्हें अपने साथ रखने का संकल्प लेलिया। जिसके तहत वे कान्हा की मूर्ति को ठाकुर जी महाराज के रूप में 24 घण्टे सेवा सत्कार करती रहती हैं। इंटरमीडिएट पास कुमारी सिरिया ने बताया की वह भरथना क्षेत्र के ग्राम जबरपुरा तुरैया में अपनी बड़ी बहिन के घर कुछ दिनों के लिए आयी हुई है।ठाकुर जी महाराज के लिए करधनी बनबाने बाजार आई थी। भीषण गर्मी के कारण उनके ठाकुर जी महाराज दोपहर में सो नहीं सके थे। सर्राफ की दुकान पर ठंडी हवा मिलने के कारण उन्हें कुछ देर के लिए सुलाया गया है।
पूछे गए एक सबाल के जवाव में कु०सिरिया ने बताया कि उन्हें ठाकुर जी महाराज खुद अहसास कराते है जिसपर उनके भोजन पानी आदि उठने बैठने सोने नहाने आदि करतीं हैं। कु०सिरिया के अनुसार बीते दिनों उनके ठाकुर जी महाराज “कान्हा की मूर्ति” को जब गांव का एक टॉमी उठा कर लेगया था तब उन्होंने ठाकुर जी महाराज कान्हा की मूर्ति को सरकारी अस्पताल में लेजाकर कुत्ता काटने की वैक्सीन लगवाई थी। जिसपर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक भी हैरत में पड़ गए थे। कु०सिरिया के अनुसार ठाकुर जी महाराज कान्हा उससे बात करते हैं और किसी कार्य के अच्छे खराब की पहले से अहसास करा देते है।