मधुमक्खी पालन को कृषि साधन का दर्जा
केंद्र सरकार ने मधुमक्खी पालन को भी कृषि इनपुट (एक साधन) के रूप में मान्यता दे दी है। अब मधुमक्खी पालन को खाद, बीज और कीटनाशक की तरह कृषि उत्पादन बढ़ाने के एक साधन के रूप में उपयोग किया जा सकेगा। इससे मधुमक्खी पालन को बड़े स्तर पर प्रोत्साहन की राह खुलेगी।
कृषि उत्पादन बढ़ने के साथ शहद उत्पादन और निर्यात भी बढ़ सकेगा। वित्त वर्ष 2021-22 में देश से 1221 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के 74 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा शहद का निर्यात हुआ है। केंद्र सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय में आयुक्त उद्यान प्रभात कुमार ने बताया, सरकार शहद के प्रोसेसिंग व मार्केटिंग तक में सहयोग उपलब्ध करा रही है। किसान अपने खेतों व बागों में फसलों के साथ आवश्यक मधुमक्खी बॉक्स रखेंगे। इससे फसल का उत्पादन के साथ शहद उत्पादन को भी बढ़वा मिलेगा।