प्रधान ने 30 वर्ष पुरानी दीवार पर बना दिया नया भवन,पैसों का हुआ बंदरबांट

in #up2 years ago

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ग्रामीणों की शिकायतों का अधिकारियों पर नही हुआ कोई असर

कागारौल:- पंचायत के कार्यों में धांधलेबाजी आम हो गयी है। हर जगह परसेंटेज के हिसाब से काम हो रहे है। परसेंटेज के चक्कर मे ठेकेदार काम मे घटिया सामग्री का प्रयोग करते है और उसका खामियाजा ग्रामीण अपनी जान देकर चुकाते है। कई जगह हुए हादसों के बाद भी अधिकारी और ठेकेदार सुधारने का नाम नही ले रहे है।
अकोला ब्लॉक के गांव जैंगारा में शासन स्तर से जन सेवा केंद्र बनाने के लिए 4 लाख रुपये का बजट आया है। जिसमे ग्राम प्रधान और सचिव को मिलकर पूरी तरह नया निर्माण करना होगा।
लेकिन प्रधान और सेक्रेटरी ने अपनी जेब भरने के चक्कर मे 30 वर्ष पुरानी दीवार जो कि पिछले एक दशक से ज्यादा समय से खंडर पड़ी हुई थी। उसी पर जन सेवा केंद्र के कमरे का निर्माण करा दिया है। इसकी शिकायत ग्रामीण पुरुषोत्तम पंडित, पुष्पा देवी, मांगेलाल, सुरेंद्र चाहर, मांगेलाल मास्टर ने मुख्यमंत्री पोर्टल, बीडीओ अकोला से भी लेकिन संबंधित अधिकारियों ने इसको नजर अंदाज कर दिया। सोमवार को प्रधान नेमी चंद और उसके बेटे अपनी दबंगई से इस पर प्लास्टर कर छुपाने की कोशिश कर रहे थे, तभी ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच कर काम को रुकवाने की कोशिश की तो प्रधान ने ग्रामीणों से गाली गलौज कर वहां से भगा दिया। ग्रामीण पुरुषोत्तम ने बताया कि सब लोग ये चाहते है कि पहले इनकी जांच हो जाये फिर इस पर कार्य हो। ये पिछले दसियों वर्ष से खंडर पड़ी हुई भवन की दीवर है जो जिसकी नींव में पानी भरने से खराब हो गयी होगी।
ग्रामीण सुरेंद्र चाहर के अनुसार जब पूरे भवन को नया बनाने का पैसा आया है तो इस 8 फ़ीट ऊंची एक दीवार को ही पुरानी क्यो रखा जा रहा है। सुरेंद्र ने बताया कि ठेकेदार का कहना है मेरे तो आधे पैसे बंदर बांट में जा रहे है, मैं पूरे को नया नही बनवा सकता हूँ। लेकिन प्रधान की दबंगई के आगे सब बेवस है।

बीडीओ अकोला सुष्मिता यादव ने बताया कि मैने सचिव से इनकी जानकारी की है, वो दीवार ठीक है इनकी बजह से इस पर निर्माण हो रहा है ।

सेक्रेटरी हरवीर सिंह ने बताया कि जेई ने इनकी जांच की है, पुरानी दीवार तो है और कमजोर भी है, मैने ही इसकी शिकायत ग्रामीणों से बोलकर करवाई थी। इस पर सिर्फ एक मंजिल ही बन सकती है। दूसरी मंजिल बनी तो हादसा हो सकता है।